पुल हादसा: मोरबी के जख्म पर मरहम लगाने जाएंगे PM मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति ने भी जताया शोक

अहमदाबाद (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात के मोरबी जाएंगे, जहां हाल में मच्छु नदी पर बने एक पुल के टूटने से 134 लोगों की मौत हो गई है। इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य …
अहमदाबाद (गुजरात)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गुजरात के मोरबी जाएंगे, जहां हाल में मच्छु नदी पर बने एक पुल के टूटने से 134 लोगों की मौत हो गई है। इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले राज्य के दौरे पर आए मोदी ने इस हादसे में मारे गए लोगों को सोमवार को श्रद्धांजलि दी। गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय ने घोषणा की कि मोदी मंगलवार दोपहर को मोरबी का दौरा करेंगे। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री गुजरात के पंचमहल जिले के जंबुघोड़ा में विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। उन्होंने बताया कि वह कार्यक्रम स्थल पर लोगों को संबोधित करेंगे।
मोरबी में घटनास्थल पर खोज और बचाव कार्य जारी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में गांधीनगर राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई। इस बैठक में मोरबी की त्रासदी में मारे गए लोगों के शोक में अगली तारीख 2 नवंबर को गुजरात में राज्यव्यापी शोक मनाने का निर्णय लिया गया है। राज्य में सरकारी भवनों पर 2 नवंबर को राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी सरकारी सार्वजनिक समारोह, स्वागत या मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा।
मोरबी दुर्घटना के बाद ओखा और बेट द्वारका के बीच चलने वाली फेरी सेवाओं में नए सुरक्षा नियम लागू किए गए। SDM ने बताया,फेरी बोट की कैपेसिटी के हिसाब से लोगों को बैठाया जा रहा। सभी फेरी बोट में लाइफ जैकेट और बचाव करने के सभी यंत्र होने पर ही हम बोट को रवाना कर रहें।
वी.वी.एन. प्रसन्ना कुमार (NDRF कमांडेंट, गुजरात) ने कहा कि हमने आज खोज और बचाव अभियान फिर से शुरू किया। कुछ शव के नदी के तल पर होने की आशंका है। हमने अपने गोताखोरों की मदद से ऑपरेशन फिर से शुरू किया है।
राजस्थान CM अशोक गहलोत ने कहा कि आज हमारी 5 यात्रा निकलने वाली थी लेकिन मोरबी हादसे को देखते हुए सभी यात्रा स्थगित की गई लेकिन BJP के कार्यक्रम चल रहे हैं। मुझे दुख हुआ की PM कार्यक्रम कर रहे थे। हमें उम्मीद थी कि मोरबी हादसे को देखते हुए BJP अपने कार्यक्रम स्थगित करेगी।
अमेरिकी राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, विदेश मंत्री ने जताया शोक
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने गुजरात के मोरबी शहर में एक पुल टूटने से जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों के प्रति सोमवार को गहरी संवेदना जतायी। बाइडन ने एक बयान में कहा, हमारी संवेदनाएं भारत के साथ हैं। मैं और जिल गुजरात के लोगों के शोक में उनके साथ हैं और उन परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने पुल टूटने के चलते अपने प्रियजनों को खो दिया।
Jill and I send our deepest condolences to the families who lost loved ones during the bridge collapse in India, and join the people of Gujarat in mourning the loss of too many lives cut short. In this difficult hour, we will continue to stand with and support the Indian people.
— President Biden (@POTUS) October 31, 2022
उन्होंने कहा, अमेरिका और भारत अपरिहार्य साझेदार हैं। हमारे नागरिकों के बीच गहरे संबंध हैं। इस कठिन घड़ी में हम भारतीयों के साथ खड़े रहेंगे और उनका समर्थन करना जारी रखेंगे।
हैरिस ने एक ट्वीट में कहा, हम गुजरात में एक पुल गिरने के कारण अपने प्रियजनों को खोने का शोक मना रहे भारतीयों के साथ खड़े हैं। हमारी संवदेनाएं उन लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया और जिन्हें हादसे ने प्रभावित किया। कांग्रेस (अमेरिकी संसद) सदस्य ग्रेस मेंग ने कहा कि वह मोरबी पुल हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की मौत होने से बहुत दुखी हैं।
मेंग ने कहा, मुझे यह जानकर बहुत दुख हुआ है कि मारे गए लोगों में कई बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग हैं। भारत अमेरिका का प्रिय मित्र और सहयोगी है और हम त्रासदी एवं दुख के इस समय में उसके लोगों के साथ खड़े हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि मोरबी में हुए पुल हादसे से अमेरिका बहुत दुखी है। उन्होंने कहा, हम पीड़ितों और उनके परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। अमेरिका इस कठिन समय में अपने सहयोगी भारत के साथ खड़ा है।
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सीनेट की विदेश संबंध समिति के रैंकिंग सदस्य जिम रिश ने कहा कि गुजरात में पुल गिरने से प्रभावित हुए लोगों के लिए वह प्रार्थना करेंगे। उन्होंने कहा, अमेरिका इस मुश्किल समय में अपने सहयोगी और मित्र भारत के साथ खड़ा है।
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि गुजरात के मोरबी में रविवार को एक केबल ब्रिज के गिरने की खबर से दुख हुआ। उन्होंने कहा, हमारी संवेदनाएं इस भयानक त्रासदी के पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ हैं। अमेरिका अपने साझेदार के साथ खड़ा है और भारत सरकार को समर्थन करना जारी रखेगा।
एक सदी से भी अधिक पुराने पुल को व्यापक मरम्मत और नवीनीकरण के बाद पांच दिन पहले आम लोगों के लिए फिर से खोला गया था। हालांकि, रविवार शाम को पुल टूट गया और हादसे में अब तक 134 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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दिग्विजय सिंह ने गुजरात के CM के इस्तीफे की मांग की
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मोरबी पुल हादसे को लेकर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के इस्तीफे की मांग की है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी की गुजरात इकाई के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मोरबी का दौरा किया। राजकोट रेंज के महानिरीक्षक अशोक यादव ने बताया कि रविवार शाम पुल टूटने की घटना में मृतक संख्या बढ़कर 134 हो गई है। दिग्विजय सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि इस आपदा के लिए सरकार जिम्मेदार है और मुख्यमंत्री को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, मैं कोई राजनीति नहीं करना चाहता, लेकिन मुझे पता चला है कि जब रविवार शाम पुल गिरा, तब भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) के मंत्री, सांसद, जिलाधिकारी और मोरबी जिले के पुलिस अधीक्षक पास ही एक स्थान पर बैठक कर रहे थे। उन्होंने बैठक जारी रखी और उसी समय यहां नहीं आए।
दिग्विजय सिंह ने पूछा कि अधिकारियों से बिना किसी (फिटनेस) प्रमाण पत्र के पुल को जनता के लिए कैसे खोल दिया। उन्होंने कहा, यह मानव-निर्मित नहीं, सरकार-निर्मित आपदा है और गुजरात के मुख्यमंत्री को इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए और पद से इस्तीफा देना चाहिए। इतने सारे लोगों को पुल पर क्यों जाने दिया गया? जवाबदेही तय की जानी चाहिए और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। पुलिस ने सोमवार को पुल का प्रबंधन करने वाले ओरेवा समूह के चार लोगों सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया। ब्रिटिश-युग के इस पुल का रखरखाव और संचालन का काम करने वाली कंपनियों के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है।