बरेली: संभलकर चलिए…अगर आप बड़ा बाईपास से गुजर रहे हैं

बरेली, अमृत विचार। दिन रविवार। स्थान लखनऊ-दिल्ली हाईवे को जोड़ने वाला बड़ा बाईपास। दोपहर के करीब 1 बज रहे थे, इसी बीच बड़ा फ्लाईओवर के नीचे गुजरी सड़क पर लखनऊ की ओर से आ रही कार अचानक गहरे गड्ढे में चली गई। तेज आवाज ने हर किसी का ध्यान कार की ओर खींच लिया। कार में पांच …
बरेली, अमृत विचार। दिन रविवार। स्थान लखनऊ-दिल्ली हाईवे को जोड़ने वाला बड़ा बाईपास। दोपहर के करीब 1 बज रहे थे, इसी बीच बड़ा फ्लाईओवर के नीचे गुजरी सड़क पर लखनऊ की ओर से आ रही कार अचानक गहरे गड्ढे में चली गई। तेज आवाज ने हर किसी का ध्यान कार की ओर खींच लिया। कार में पांच लोग सवार थे। दो महिलाएं, एक व्यक्ति, एक युवती और ड्राइवर। पांच मिनट तक कार सवार सभी लोग सन्न रहे। कुछ समय बाद लोगों का डर खत्म हुआ। कार स्टार्ट की और फिर दिल्ली की ओर रवाना हो गए। कार दिल्ली के नंबर की थी। इस घटना की चर्चा हो ही रही थी, तभी एक बाइक का पहिया गड्ढे में चला गया।
ये भी पढ़ें- बरेली: आर्किटेक्ट एसोसिएशन ने किया ग्रीन प्रीमियर लीग क्रिकेट मैच का आयोजन, खिलाड़ियों ने दिखाया अपना हुनर
गनीमत रही कि, बाइक की रफ्तार काफी कम होने की वजह से बाइक युवक संतुलन बनाने में कामयाब रहा। नतीजतन, कोई हादसा नहीं हुआ। यह दो मामले तो महज बानगी भर हैं। बड़ा बाईपास और इसके नीचे बने फ्लाईओवर पर अक्सर हादसे होते रहते हैं। बड़ा बाईपास पर बड़े व गहरे गड्ढों में वाहन जाने से हादसे का डर बना रहता है। काफी दिनों से लोग गड्ढों की वजह से परेशान हो रहे हैं लेकिन सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का दावा करने वाली सरकार के हुक्मरानों की नजरें इस गंभीर समस्या की ओर इनायत नहीं हो रही हैं। यदि आप बड़ा बाईपास से गुजर रहे हैं तो संभलकर चलें।
डराने वाली है गड्ढों की गहराई और लंबाई
सेटेलाइट से करीब 12 किमी. की दूरी तय कर अमृत विचार टीम बड़ा बाईपास पहुंची। यहां ऊपर से फ्लाईओवर गुजर रहा है। नीचे एक सड़क है। यह भी हाईवे से जुड़ती है। एक किनारे काफी दुकानें लगती हैं। इन्हीं दुकानों के सामने गहरे गड्ढे हैं। इन गड्ढों की गहराई और चौड़ाई डराने वाली है। दो फीट गहरे गड्ढे हैं और चार फीट चौड़े हैं। ऐसे में आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यह गड्ढे कितने खतरनाक होंगे।
कई किलोमीटर तक हैं गड्ढे
बड़ा बाईपास पर ज्यादातर गड्ढे बीसलपुर रोड क्रासिंग से पीलीभीत रोड क्रासिंग तक हैं। तेज रफ्तार वाहन के सामने अचानक गड्ढा होने से हादसे का डर बना रहता है। अधिकतर गड्ढे इनवर्टिस टी प्वाइंट से परसाखेड़ा टी प्वाइंट की तरफ से जाने वाले रास्ते पर हैं। यही नहीं कई किलोमीटर तक सड़क उखड़ी पड़ी है, इसकी वजह से भी वाहन चालकों को दिक्कत होती है। कई जगह पर फ्लाईओवर के नीचे उतरने वाले रास्तों पर भी गड्ढे हैं या फिर वाहन खड़े रहते हैं, इससे भी वाहन चालक परेशान होते हैं।
रात में और घातक हो जाते हैं गड्ढे
बड़ा बाईपास के पास गहरे गड्ढे और उखड़ी पड़ी बजरी दिन के अलावा रात में तो और खतरनाक साबित हो रही है। रात में इस सड़क से गुजरने वाले लोगों को काफी दिक्कत होती है। दूर से दिखाई नहीं पड़ने की वजह से अचानक कारें गड्ढे में गिर जाती हैं, इससे एक पल के लिए तो कार सवारों की सांसें ही अटक जाती हैं।
बहुत खतरनाक गड्ढे हैं। अभी दो दिन पहले ही बाइक पलटने से कई लोग घायल हो गए थे। इस ओर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं-इरशाद
सड़क की हालत क्या बताऊं। आप खुद देख सकते हैं। निकलने में डर लगता है। हर दिन काेई न कोई घायल होता है।-जगपाल यादव
यह समस्या आज की नहीं है। महीनों से गड्ढे हैं। बारिश से गड्ढे और बड़े हो गए हैं। अधिकारियों को सड़क की मरम्मत करानी चाहिए।-प्रेमपाल पटेल
सुबह से शाम तक यहीं पर रहता हूं। गड्ढों को देखकर डर लगता है। दिन में कई बार ऐसा होता है जब कारें गड्ढे में गिरती हैं।-गुड्डू यादव
नेशनल हाईवे बनने के बाद एनएचएआई स्थानीय स्तर पर इस्तेमाल में आने वाली सड़कों को पीडब्ल्यूडी के हैंडओवर कर देता है। मौके पर अधिकारियों काे भेजकर इसे दिखवा लेते हैं। अगर एनएचएआई की सड़क होगी तो मरम्मत जरूर कराएंगे।-निखिल नारंग, पीडी मुरादाबाद परिक्षेत्र