श्रीमद्भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की तैयारी! केंद्र सरकार कर सकती है घोषणा
महेश शर्मा, कानपुर। श्रीमद्भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गीता जयंती पर इस संबंध में सरकार बड़ी घोषणा कर सकती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत के कानपुर प्रवास के दौरान नित्य गीता स्वाध्याय संकल्प अभियान से जुड़े …
महेश शर्मा, कानपुर। श्रीमद्भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग जोर पकड़ रही है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि गीता जयंती पर इस संबंध में सरकार बड़ी घोषणा कर सकती है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत के कानपुर प्रवास के दौरान नित्य गीता स्वाध्याय संकल्प अभियान से जुड़े प्रमुख लोगों ने गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कराने के लिए उनसे मिलने की तैयारी की है।
केंद्र में मोदी सरकार आने के बाद से ही गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने की मांग कई बार उठ चुकी है। सबसे पहले वर्ष 2014 में पूर्व विदेश मंत्री स्व. सुषमा स्वराज ने इस बारे में आवाज उठायी थी। विश्व हिंदू परिषद के अलावा हाल में एक भाजपा सांसद ने भी गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किए जाने की मांग उठायी है। जानकारों की माने तो मोहन भागवत की भी इसमें रुचि बतायी जाती है।
सरसंघ चालक से मिलने के लिए गीता स्वाध्याय संकल्प अभियान की अगुवाई करने वाले कृष्णकुमार दुबे, अजीत अग्रवाल, डा.उमेश पालीवाल प्रयासरत हैं। अभियान के लोगों का मानना है कि संघ प्रमुख के माध्यम से प्रयास करने पर गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ शीघ्र घोषित किया जा सकता है। भागवत शुक्रवार को कानपुर में आयोजित घोष शिविर में शामिल होने आ रहे हैं।
संकल्प अभियान के लोग कानपुर में तीन नवंबर को गीता संदेश के प्रति जागरूकता के लिए 151 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाएंगे। इसमें स्कूलों व समाजसेवी संगठनों की भागीदारी होगी। चार दिसंबर को गीता जयंती पर शहर में करीब एक लाख लोगों के समक्ष महाभारत सीरियल में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज श्रीकृष्ण के स्वरूप में गीता पाठ करेंगे। गीता श्लोकों पर एक लाख पुस्तिकाएं छपवाकर वितरित कराने की तैयारी है।
सरकार को बिल लाना पड़ेगा
संघ के एक बड़े पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि केंद्र सरकार श्रीमद्भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने के प्रति गंभीर है। राष्ट्रीय गान, राष्ट्रीय गीत, राष्ट्रीय ध्वज की तरह सरकार चार दिसंबर को गीता जयंती पर श्रीमद्भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित कर सकती है। इसके लिए सरकार को प्रिवेंशन ऑफ इंसल्ट टू नेशनल ऑनर एक्ट 1971 में एक बिल लाकर संशोधन करना होगा।
इसमें राष्ट्रीय कैलेंडर, राष्ट्रीय गान और राष्ट्रीय झंडा आदि से संबंधित प्रावधान हैं। सरकार इस बारे में मंत्रालयों से राय ले रही है। भाजपा सांसद गोपाल शेट्टी को सरकार ने सूचित किया है कि गीता को राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित करने संबंधी उनके मांग पत्र को शिक्षा व संस्कृति मंत्रालय समेत अन्य के पास राय देने के लिए भेजा गया है।
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