मुरादाबाद : नहीं चेते तो बढ़ेगी डेंगू- मलेरिया के मरीजों की संख्या

मुरादाबाद,अमृत विचार। विशेष अभियान में डेंगू, मलेरिया और अन्य संचारी रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। इसकी रोकथाम के लिए सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है। ठोस उपाय करने में यदि तंत्र फिर सक्रिय नहीं हुआ तो डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ते देर नहीं लगेगी। स्थिति यह है …
मुरादाबाद,अमृत विचार। विशेष अभियान में डेंगू, मलेरिया और अन्य संचारी रोगों पर नियंत्रण पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। इसकी रोकथाम के लिए सिर्फ कागजी कार्रवाई की जा रही है। ठोस उपाय करने में यदि तंत्र फिर सक्रिय नहीं हुआ तो डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ते देर नहीं लगेगी। स्थिति यह है कि शहर के पॉश कॉलोनी में रहने वाले अपर आयुक्त प्रशासन के बेटे को एलाइजा जांच में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। खुद मलेरिया विभाग के दो कर्मचारी भी रैपिड जांच में संदिग्ध पाए गए हैं। अब उनके एलाइजा रिपोर्ट का इंतजार है।
2021 में जिले में डेंगू के तीन हजार से अधिक मरीज थे। शहर के नवाबपुरा, असालतपुरा, जामा मस्जिद आदि क्षेत्र में कोई घर ऐसा नहीं था जिसमें डेंगू, मलेरिया व बुखार के मरीज न मिले हो। कई की जान भी गई थी। ग्रामीण क्षेत्र में गक्खरपुर गांव टाइगर (एडीज मच्छर) के निशाने पर रहा। इस गांव में हर घर में डेंगू के मरीज मिले थे। क्षेत्र में झोलाछापों की भरमार के बीच मरीजों की जान पर आफत आने पर मीडिया रिपोर्ट्स में बेनकाब होने पर सरकारी तंत्र सक्रिय हुआ था।
हालांकि कई मौतों को सरकारी तर्कों से खारिज कर केवल तीन की मौत डेंगू से रिकार्ड में दर्ज की गई थी। एलाइजा जांच की सुविधा भी केवल जिला अस्पताल में है। अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर केवल एंटीजन टेस्ट किए जा रहा है। अब एक अक्टूबर से विशेष संचारी रोग नियंत्रण व दस्तक अभियान चल रहा है। अभियान के पहले ही दिन शहर में अपर आयुक्त के बेटे और दो अन्य मोहल्लों में इसके रोगी मिलने लगे। वहीं मानपुर गांव में कई मरीजों में रैपिड जांच में डेंगू के लक्षण पाए गए हैं। अब इनके एलाइजा जांच रिपोर्ट का इंतजार है। शहर में विभाग के द्वारा चयनित हाईरिस्क एरिया में भी न तो एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है और न नगर निगम की टीमें फागिंग करा रही हैं। मच्छरों के बढ़ते प्रकोप से लोगों की नींद उड़ी है। पिछले साल शहर के 39 हाई रिस्क क्षेत्रों में ही 341 केस रिकार्ड में दर्ज हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी पीएन यादव का कहना है कि विशेष अभियान के अलावा समय-समय पर लोगों को जागरूक किया जाता रहा है। एंटी लार्वा का छिड़काव मलेरिया विभाग कराएगा जबकि शहर में नगर निगम को फागिंग और ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत व नगर पंचायतों को कराना है। लोगों से अपील है कि अपने घर व आसपास कहीं साफ पानी न जमा होने दें। नालियों की भी सफाई के लिए संबंधित को लिखा गया है। छत पर पुराने टायर व बर्तन को हटा देंगे।
मोहल्लों में नियमित फॉगिंग करेंः मुख्य चिकित्साधिकारी
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एमसी गर्ग का कहना है कि प्रभावित क्षेत्रों में जिला मलेरिया अधिकारी और निरीक्षक एंटीलार्वा का छिड़काव कराना सुनिश्चित करेंगे। नगर निगम के अधिकारियों से मोहल्लों में नियमित फागिंग कराने के लिए कहा है।
डेंगू-मलेरिया के दो मरीज मिले
मानपुर में तीसरे दिन भी डेंगू-मलेरिया की जांच के लिए विशेष शिविर लगाया गया। इसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 116 मरीजों की जांच की। इस दौरान एक-एक मरीज में डेंगू-मलेरिया की पुष्टि हुई। पीड़ितों को दवा दी और एहतियात बरतने की सलाह दी गई। मंगलवार को शिविर में 67 बुखार के रोगियों की डेंगू व 20 की मलेरिया जांच की गई। जिसमें एक-एक में बीमारी मिली। स्वास्थ्य टीम ने 314 घरों का सर्वे कर मच्छरों के लार्वा को नष्ट कराने के साथ ही सफाई पर जोर देने के लिए कहा। उप मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. संजीव बेलवाल ने बताया कि मानपुर में लगातार मॉनीटरिंग करा रहे हैं।
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