अब फ्रंटफुट पर सियासी पारी खेलेंगे ‘आजाद’, कहा- हम 10 दिन में करेंगे नई पार्टी का ऐलान

बारामूला (जम्मू कश्मीर)। बारामूला में आयोजित जनसभा में कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम 10 दिन में नई पार्टी का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा पार्टी का नाम जम्मू कश्मीर के लोगों के सुझाव पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि कई लोग मुझपर आरोप लगाते …

बारामूला (जम्मू कश्मीर)। बारामूला में आयोजित जनसभा में कांग्रेस से इस्तीफा दे चुके जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हम 10 दिन में नई पार्टी का ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा पार्टी का नाम जम्मू कश्मीर के लोगों के सुझाव पर रखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि कई लोग मुझपर आरोप लगाते हैं कि मैं बीजेपी का हूं, लेकिन मैं सिर्फ नबी का गुलाम हूं। कुछ लोग यह भी आरोप लगाते हैं कि मैंने 370 के खिलाफ बात की। लेकिन मैं आश्वासन दे रहा हूं कि इसके खिलाफ बिल कांग्रेस द्वारा लाया गया था और मुझे इसका विरोध करना पड़ा।

उन्होंने कहा कि मैं विपक्ष का नेता था, जिसने 4 घंटे जमीन पर धरना प्रदर्शन किया। मैं कभी भी खूनखराबा और धर्म के नाम पर वोट नहीं करने दूंगा. धारा 370 पर मेरे भाषण को कम से कम 200 देशों ने सुना है। मुझ पर आरोप लगाया गया कि मैं 370 पर क्यों नहीं बोल रहा हूं। मैं यहां वोट के लिए लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए नहीं आया हूं। इसपर दुविधा में हमने एक लाख युवाओं को खो दिया है।

नबी ने कहा कि पिछले 10 सालों से कांग्रेस को 50 से ज्यादा सीटें नहीं मिली. मैंने जो पार्टी (कांग्रेस) छोड़ी है, उसे ज्यादा कुछ नहीं मिलने वाला। मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों से कहना चाहता हूं किआप मेरा साथ दो मैं आपको खून दूंगा, बिल्कुल बोस की तरह, जिन्होंने कहा था तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा। उन्होंने आगे कहा कि सोचो अगर मैं विपक्ष का नेता नहीं होता, तो संसद में किसी ने कश्मीर की आवाज नहीं उठाई होती।

गुलाम नबी ने कहा कि 1990 की त्रासदी ने कश्मीरी पंडितों, मुसलमानों और सिखों सहित सभी की जान ली। कई कश्मीरी पंडितों को पलायन करना पड़ा। पूरे कश्मीर को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इस दौरान कुछ असली मुठभेड़ तो कुछ फर्जी मुठभेड़ भी हुए। जब मैं मुख्यमंत्री था और मुझे मानवाधिकारों के उल्लंघन की शिकायतें मिलती थीं, तो आतंकियों की हत्या पर बिल्कुल शोर नहीं होता था।

गुलाम नबी आजाद अपनी पूर्व पार्टी पर लगातार हमलावर हैं। उन्होंने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी के अधिकारियों ने मेरे ऊपर मिसाइलें दागीं और जवाबी कार्रवाई में मैंने सिर्फ राइफल से गोलियां चलाईं। क्या होता अगर मैंने बैलिस्टिक मिसाइल इस्तेमाल की होती? ऐसा करने पर वे (कांग्रेस) गायब ही हो जाते।

हालांकि, गुलाम नबी आजाद ने राजीव गांधी या इंदिरा गांधी पर टिप्पणी करने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि चूंकि मैं 52 साल से पार्टी का सदस्य रहा और राजीव गांधी को अपना भाई मानता हूं और इंदिरा गांधी को अपनी मां मानता हूं, इसलिए मुझे उनके खिलाफ शब्दों का इस्तेमाल करने की कोई इच्छा नहीं है।

 

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