बरेली: विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ में खतरा बन रहे पेड़ कटेंगे

बरेली: विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ में खतरा बन रहे पेड़ कटेंगे

बरेली, अमृत विचार। एयरफोर्स प्रशासन की तरफ से बीते दिनों वन विभाग को बताया गया था कि बरेली एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ में पीलीभीत बाईपास रोड स्थित पेड़ बाधा बन रहे हैं, इसलिए इन पेड़ों को हटाया जाए। यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के चलते वन विभाग ने प्राथमिकता के आधार पर …

बरेली, अमृत विचार। एयरफोर्स प्रशासन की तरफ से बीते दिनों वन विभाग को बताया गया था कि बरेली एयरपोर्ट पर विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ में पीलीभीत बाईपास रोड स्थित पेड़ बाधा बन रहे हैं, इसलिए इन पेड़ों को हटाया जाए। यात्रियों की सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के चलते वन विभाग ने प्राथमिकता के आधार पर पेड़ों का सर्वे कराया । जिसकी रिपोर्ट आ चुकी है। जिन पेड़ों को वन विभाग ने चिन्हित किया था, अब उनमें से बड़ी संख्या में हरे-भरे पेड़ों को काट दिया जाएगा, जबकि कई पेड़ों की निर्धारित ऊंचाई तक छटनी कराई जाएगी।

बरेली एयरपोर्ट के पास पीलीभीत बाईपास रोड किनारे सैकड़ों की संख्या में पेड़ लगे हैं। ये सभी पेड़ वन विभाग के हैं। एयरफोर्स प्रशासन ने वन विभाग को अवगत कराया कि इन पेड़ों के कारण लैंडिंग व टेक ऑफ के दौरान विजिबिलिटी की दिक्कत आती है। एयफोर्स प्रशासन के कहने पर वन विभाग ने करीब 86 पेड़ों को चिन्हित किया। जिसमें से 39 को अब काटा जाएगा। जबकि इनमें से 43 पेड़ों की छटाई कराई जाएगी और 4 पेड़ों को नहीं काटा जाएगा।

काट जाने वाले पेड़ों में अधिकतर पेड़ अर्जुन, जामुन, सिरस, शीशम, अमलतास आदि के हैं। इससे पहले वन विभाग और एयरफोर्स प्रशासन के बीच पेड़ों की कटाई व छटाई को लेकर पेच फंसा था। एयफोर्स प्रशासन अपने मानकों के अनुसार पेड़ों की छटाई चाहता था लेकिन जितनी ऊंचाई तक छटाई मांग की जा रही थी, उसमें केवल कई पेड़ों का तना ही बच रहा था। ऐसे में 39 पेड़ों की छटाई करने के बजाय काटने का फैसला लिया गया।

पूरे शहर में काटे जाएंगे करीब 3200 पेड़
शहर में कई जगह सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य किया जा रहा है। जिसको लेकर पेड़ों की कटाई कई जगह की जाएगी। इसमें सिक्स लेन रोड के लिए काटे जाने वाले पेड़ भी शामिल हैं। बीसलपुर रोड, इनवर्टिज, डेलापीर आदि सड़कों पर करीब 3200 पेड़ों की कटाई की जाएगी। हालांकि, वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इनमें लगभग 1200 बड़े पेड़ हैं, बाकी छोटे हैं।

एयरफोर्स प्रशासन की तरफ से बताया गया है कि पेड़ों की वजह से लैंडिंग व टेक ऑफ के दौरान विजिबिलिटी की दिक्कत होती है, सर्वे कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट अभी देखी नहीं है। इसके अलावा सिक्स लेन रोड निर्माण के आड़े आ रहे पेड़ों को भी काटा जाएगा।-समीर कुमार, प्रभागीय वनाधिकारी

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