Good News: छह माह बाद बरेली-सीतापुर फोरलेन को हिचकोलों से मिलेगी आजादी

Good News: छह माह बाद बरेली-सीतापुर फोरलेन को हिचकोलों से मिलेगी आजादी

बरेली, अमृत विचार। बरेली-सीतापुर फोरलेन पर चलने वालों के लिए अच्छी खबर है। अगले छह माह में फोरलेन पर सुगम सफर मिलने की उम्मीदों को पंख लगते नजर आ रहे हैं। चौड़ीकरण का काम पूरा होते ही सफर बेहतर होगा और लोगों को हिचकाेलों से भी आजादी मिल सकेगी। बरेली से सीतापुर के बीच फोरलेन बनाने …

बरेली, अमृत विचार। बरेली-सीतापुर फोरलेन पर चलने वालों के लिए अच्छी खबर है। अगले छह माह में फोरलेन पर सुगम सफर मिलने की उम्मीदों को पंख लगते नजर आ रहे हैं। चौड़ीकरण का काम पूरा होते ही सफर बेहतर होगा और लोगों को हिचकाेलों से भी आजादी मिल सकेगी।

बरेली से सीतापुर के बीच फोरलेन बनाने का काम 2009 में शुरू हुआ था। ऐरा कंपनी ने सड़क चौड़ीकरण शुरू किया था लेकिन कंपनी के दिवालिया घोषित हो जाने के बाद कई वर्षों तक निर्माण कार्य ठप रहा। लोगों को इस हाईवे पर सफर करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 2019 में नई कंपनियों को टेंडर मिलने के बाद निर्माण कार्य में तेजी आई है, लेकिन फिर भी अभी जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे सफर को खतरनाक बना रहे हैं।

हालांकि, तीन कंपनियां अलग-अलग खंडों में निर्माण कार्य कर रही हैं। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अनुसार बरेली से सीतापुर के बीच निर्माण कार्य ने तेजी पकड़ी है। जिम्मेदारों का दावा है कि करीब 75 फीसदी फोरलेन का काम पूरा हो चुका है। सिर्फ 25 फीसदी काम बचा है। वह भी जल्द पूरा हो जाएगा।

दो घंटे में पूरा हो जाएगा सफर
बरेली से सीतापुर की दूरी करीब 157 किलोमीटर है। फोरलेन पूरा होने के बाद इतनी दूरी तय करने में सिर्फ दो घंटे का समय लगेगा। वैसे अभी ढाई से तीन घंटे का समय कार से लग रहा है।

महोली से सीतापुर के बीच अधिक हैं दुश्वारियां
बरेली से सीतापुर की ओर सफर करने पर शाहजहांपुर से लेकर मैगलगंज के आगे तक तो फोरलेन का काम फिलहाल पूरा हो चुका है। थोड़ी बहुत दिक्कतें हैं, लेकिन महोली से सीतापुर के बीच फोरलेन पूरी तरह से अधूरा है। इसकी वजह से सफर करने वालों को परेशानी होती है। महाेली से सीतापुर की दूरी करीब 24 किमी है।

हेमपुर आरओबी ने भी लगाया अड़ंगा
बरेली से सीतापुर के बीच रास्ते में हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग है। यह क्रॉसिंग जाम की वजह से भी जानी जाती है। फिलहाल तो जाम से कुछ राहत है, लेकिन अगर कुछ माह पहले की बात करें तो जाम की समस्या बड़ी विकराल थी। इसी वजह से यहां पर आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) पास किया गया है। इसके पिलर भी बनकर तैयार हो चुके हैं, लेकिन रेलवे ने इसकी डिजाइन को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। मामला एनएचएआई और रेलवे के बीच में फंसा हुआ है। दोनों विभागों के बीच इसको लेकर कई दौर की वार्ता हो चुकी है, लेकिन अभी तक मामले का समाधान नहीं हो सका है। पिलर टूटेंगे या फिर कोई और रास्ता निकलेगा ? इस पर संशय बना हुआ है।

महोली से सीतापुर के बीच काम अभी ज्यादा होना है। उम्मीद है छह माह में फोरलेन कंपलीट हो जाएगा। बारिश के मौसम के बाद काम में काफी तेजी आएगी। नए साल तक पूरी उम्मीद है फोरलेन बनने की। हेमपुर रेलवे क्रॉसिंग पर बने आरओबी का मामला भी अभी फंसा हुआ है। कुछ और समस्याएं आ रहीं हैं। जल्द ही इनका समाधान कर लिया जाएगाअमित रंजन चित्रांशी, पीडी एनएचएआई बरेली।

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