दिनेश कार्तिक बोले- कठिन परिस्थितियों में खेलने से टी20 विश्व कप की तैयारियों में मिलेगी मदद
लॉडरहिल। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि कैरेबियाई दौरे में विभिन्न परिस्थितियों में खेलने से भारत को ऑस्ट्रेलिया में इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारियों में मदद मिलेगी। भारत ने वर्तमान टी20 श्रृंखला के पहले तीन मैच वेस्टइंडीज में खेले जबकि बाकी बचे दो मैच वह फ्लोरिडा …
लॉडरहिल। विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि कैरेबियाई दौरे में विभिन्न परिस्थितियों में खेलने से भारत को ऑस्ट्रेलिया में इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप की तैयारियों में मदद मिलेगी। भारत ने वर्तमान टी20 श्रृंखला के पहले तीन मैच वेस्टइंडीज में खेले जबकि बाकी बचे दो मैच वह फ्लोरिडा में खेलेगा। पहले तीन मैचों में भारतीय टीम को विभिन्न परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।
कार्तिक ने चौथे मैच से पूर्व कहा, ‘‘ मैं इसे बेहद दिलचस्प मानता हूं क्योंकि विश्व कप को लेकर मेरे दिमाग में तीन मैदान आते हैं। इनमें एक सिडनी है जिसमें अगल बगल की सीमा रेखा छोटी जबकि सीधी सीमा रेखा लंबी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एडिलेड के बारे में हम सभी जानते हैं कि वहां की अगल-बगल की सीमा रेखा भी छोटी है और सीधी सीमा रेखा लंबी है जबकि मेलबर्न में ठीक इसके विपरीत है वहां सीधी सीमा रेखा छोटी जबकि अगल बगल की सीमा रेखाएं काफी लंबी है।’’
कार्तिक ने कहा, ‘‘ इसलिए जाहिर है कि जहां भी हम खेलने जा रहे हैं वहां हमें विभिन्न परिस्थितियां मिलेंगी। इसलिए चुनौतिया भिन्न तरह की होंगी।’’ भारत पहला और तीसरा मैच जीतने के बाद अभी श्रृंखला में 2-1 से आगे है। कार्तिक ने कहा, ‘‘यहां हम जिस भी मैदान में खेले वहां चुनौतियां अलग तरह की थी इसलिए जब भी आपको मौका मिला तब आपके सामने कुछ चुनौती थी। यह अपने आप में एक दबाव है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने इस श्रृंखला के शुरू होने पर एक बात कही थी कि परिस्थितियों को समझना और उनसे सामंजस्य बिठाना महत्वपूर्ण होगा। मुझे लगता है कि हमने यह काम बहुत अच्छी तरह से किया।’’ कार्तिक अपनी नई भूमिका को अच्छी तरह से निभा रहे हैं लेकिन इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि ‘फिनिशर’ की भूमिका में निरंतरता बनाए रखना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, ‘‘ फिनिशर की भूमिका ऐसी होती है कि उसमें निरंतरता बनाए रखना मुश्किल होता है। हर बार जब भी आप क्रीज पर उतरते हो तो आपको प्रभाव छोड़ना पड़ता है जिससे कि टीम को मदद मिले।’’ कार्तिक ने कहा, ‘‘ कई ऐसे कारक हैं जो कि आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकते हैं। विशेषकर कैरेबियाई क्षेत्र और मियामी में हवा बहुत बड़ा कारक है। कई बार या अपना प्रभाव डालती है। यह दोनों तरफ से काम करती है लेकिन गेंदबाज चतुरता दिखाते हैं और वह बल्लेबाज को जितना संभव हो हवा में खेलने के लिए मजबूर करते हैं। इससे काम और मुश्किल हो जाता है।’’
कार्तिक ने इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन करके भारतीय टीम में वापसी की। उनसे पूछा गया क्या उन पर राष्ट्रीय टीम की तरफ से हर समय अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होता है, उन्होंने कहा, ‘‘ इस समय दबाव एक सम्मान है। जब आप शीर्ष स्तर पर खेल रहे होते हैं और आपसे अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है तो फिर एक खिलाड़ी के रूप में आपको यह मिलता है।’’
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