लखनऊ : तफ्तीश में खुले राज, जेई से रकम पाने के लिए बनाया था दबाव

लखनऊ : तफ्तीश में खुले राज, जेई से रकम पाने के लिए बनाया था दबाव

लखनऊ । राजधानी में पत्नी और बेटी के संग सल्फास का सेवन का आत्महत्या करने वाले जूनियर इंजीनियर शैलेंद्र कुमार का केस पेचीदा होता जा रहा है। आत्महत्या करने से पहले जूनियर इंजीनियर ने अपनी हेंड राइटिंग में एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसे पुलिस ने बरामद किया था। उस सुसाइड नोट के आधार पुलिस …

लखनऊ । राजधानी में पत्नी और बेटी के संग सल्फास का सेवन का आत्महत्या करने वाले जूनियर इंजीनियर शैलेंद्र कुमार का केस पेचीदा होता जा रहा है। आत्महत्या करने से पहले जूनियर इंजीनियर ने अपनी हेंड राइटिंग में एक सुसाइड नोट लिखा था। जिसे पुलिस ने बरामद किया था। उस सुसाइड नोट के आधार पुलिस ने तफ्तीश की और उनमें कई रहस्य समाने आए। सुसाइड नोट में जिनके बारे में धमकाने का ज्रिक किया गया था। असल में वो अपनी रकम वापस पाने के लिए जूनियर इंजीनियर पर दबाव बना रहे थे।

बता दें कि सुसाइड नोट में दो नाम ऐसे हैं। जिनको सरकारी विभाग में नौकरी दिलाने के लिए जूनियर इंजीनियर ने रूपये लिए थे। इस बात का खुलासा अमृत विचार नहीं बल्कि पुलिस की जांच में हुआ है। बता दें कि पुलिस की तफ्तीश में तीन चौंका देने वाले रहस्य सामने आए हैं। सबसे बड़ी वजह कि जेई ने तकरीबन 32 करोड़ रूपये की विवादित जमीन खरीदी थी। इसके लिए जेई ने लोन लिया था और ब्रोकर को 65 लाख रूपये देने से कर्ज बढ़ता रहा। पुलिस ने सुसाइड नोट में जिम्मेदार ठहराए गए चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की सभी ने पुलिस के सामने अपना पक्ष रखा। हालांकि, अब पुलिस जमीन के पेपर खंगालने में जुटी है।

बता दें कि नलकूप विभाग में कार्यरत जूनियर इंजीनियर शैलेंद्र कुमार ने अपनी जीवन भर कमाई जमीन की खरीदफरोख्त में निवेश कर रखी थी। साल 2015 में जेई ने बीकेटी में 54 हजार स्क्वायर फीट की जमीन पांच करोड़ रूपये में खरीदी थी। अब इस जमीन की वर्तमान कीमत तकरीबन 30 करोड़ रूपये है। बता दें कि जेई ने खरीदी गई जमीन पर प्लॉटिंग कराने लगा लेकिन जमीन विवादित होने की बात सामने आने पर खरीदार जेई से रूपया वापस ले जाने लगे थे। मोबीन खान और नरेंद्र प्रताप ने भी प्लॉट के बदले रुपए दिए थे। जिन्हें धमकी देने का आरोपी बनाया गया है।

तफ्तीश के दौरान यह बात सामने आई कि जेई पर रूपया लौटाने का दवाब बढ़ने लगा तो उसने बैंक के एजेंट शैलेंद्र श्रीवास्तव को लोन दिलाने के नाम 65 लाख रुपये अदा किए थे। लोन पास न होने और कर्जदारों की रकम वापस करने पर जेई का मानसिक संतुलन बिगड़ने लगा था। मजबूरन जेई ने पत्नी और दोस्त के नाम पर जमीन का कुछ हिस्सा गिफ्ट डील कर दी। किसी तरह लोन ले लिया मगर किस्त चुका पाने में वह असमर्थ थे। तीसरी बात तो यह थी कि जेई ने कई लोगों से सरकारी विभाग में नौकरी देने के नाम पर रूपये लिए थे। नौकरी न मिलने पर लोग तकादा करने लगे तब जेई ने लोगों को जमीन देने का वादा किया था लेकिन बाद में वह मुकर गया था।

सुसाइड केस के सम्बन्ध में डीसीपी उत्तरी एसएम कासिम आब्दी ने बताया, “सुसाइड नोट के आधार पर 3 लोगों को हिरासत में पूछताछ की गई। तो इस केस में कई बिंदु सामने आए है। जिसमें विवादित जमीन की खरीद-फरोख्त करने, ऋण की कोशिश और नौकरी ने नाम पर ठगी जैसें बातें निकलकर सामने आई हैं। फिलहाल पुलिस जमीन के दस्तावेज और सुसाइट नोट में ज्रिक किए गए लोगों का ब्यौरा खंगालने में जुटी है।

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