हल्द्वानी: सावन में भोले बाबा की भक्त किन्नर सोनिया और पूजा से दे रहीं खास दुआएं, भजन सुनकर आप भी हो जाएंगे भावविभोर… देखें Exclusive Video

संजय पाठक, अमृत विचार। हमारे समाज में किन्नरों को मंगलमुखी कहा जाता है। इसलिए घर में कैसा भी शुभ अवसर जैसे शादी ,जन्म या अन्य किसी भी प्रकार के शुभ कामों में लोग किन्नरों को सम्मान स्वरूप आमंत्रित कर इनसे आशीर्वाद लेते हैं। इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। ऐसे …
संजय पाठक, अमृत विचार। हमारे समाज में किन्नरों को मंगलमुखी कहा जाता है। इसलिए घर में कैसा भी शुभ अवसर जैसे शादी ,जन्म या अन्य किसी भी प्रकार के शुभ कामों में लोग किन्नरों को सम्मान स्वरूप आमंत्रित कर इनसे आशीर्वाद लेते हैं। इन दिनों भगवान शिव का प्रिय सावन का महीना चल रहा है। ऐसे में हल्द्वानी का किन्नर समाज भी भोले की भक्ति में लीन है।
देखें वीडियो: जब गाया किन्नर सोनिया और पूजा ने माता रानी का भजन, हर कोई हो गया भावविभोर
अमृत विचार से खास बातचीत में किन्नर सोनिया और पूजा ने बताया कि वह अपनी गुरु कजरी मौसी, विद्या मौसी, छंगा मौसी की सरपरस्ती में पिछले 25-30 सालों से हल्द्वानी के लोगों की खुशियों में शरीक होते हैं। लोगों को दुआएं देकर उन्हें भी खुशी का एहसास होता है। उन्होंने बताया कि इन दिनों सावन का महीना चल रहा है, ऐसे में सुबह स्नान करने के बाद भोलेनाथ की पूजा करती हैं। गले में रुद्राक्ष की माला धारण करती हैं। उसके बाद शहर के लोगों की खुशियों में शरीक होने और आशीर्वाद देने के लिए निकल पड़ती हैं।

इनकी दुआ से चमकता है भाग्य
विशेषकर सनातन धर्म हिन्दू धर्म में किन्नरों को अत्यधिक सम्मान दिया जाता है। कहा जाता है कि किन्नर जिसको भी अपना आशीर्वाद दें, उसका भाग्य चमक उठता है और जिसको भी बद्दुआ दें, उसके दुखों का फिर कोई अंत नहीं होता। ये भी मान्यता है कि किन्नरों की खुशी और आशीर्वाद बुरे से बुरे हाल में जी रहे लोगों का जीवन सुधार सकता है। यही वजह है कि बहुत से लोग किन्नरों को कभी गुस्सा नहीं दिलाना चाहते, बल्कि उनकी पैसों की छोटी -मोटी मांग पूरी कर देते हैं। माना जाता है कि जिस परिवार को किन्नर समाज दुआ देता है, वो खूब फलता-फूलता है। पुराने दौर में लोग इनके नाम का पैसा निकालते थे और इनकी झोली भर देते थे। आमतौर पर धारणा है कि किन्नरों का दिल नहीं दुखाना चाहिए लेकिन इन्हें सम्मान जैसी चीज भी नसीब नहीं होती जोकि किसी भी इंसान का हक है।

किन्नर समाज में गुरु का विशेष महत्व
हमारे समाज का ताना-बाना मर्द और औरत से मिलकर बना है लेकिन एक तीसरा जेंडर भी हमारे समाज का हिस्सा है। इसकी पहचान कुछ ऐसी है जिसे सभ्य समाज में अच्छी नजर से नहीं देखा जाता। समाज के इस वर्ग को थर्ड जेंडर या किन्नर के नाम से जाना जाता है। तीसरे जेंडर का होने पर जिन्हें उनके अपने खुद से दूर कर देते हैं, उन्हें किन्नर समाज पनाह देता है। इनके समाज के कुछ कायदे कानून होते हैं जिन पर अमल करना लाजमी है। ये सभी परिवार की तरह एक गुरु की पनाह में रहते हैं। ये गुरु अपने साथ रहने वाले सभी किन्नरों को पनाह, सुरक्षा और उनकी हर जरूरत को पूरा करते हैं।

मोदी-योगी की कार्यशैली से खुश
बातों बातों में किन्नर सोनिया और पूजा ने बताया कि सरकार की योजनाओं का भले ही उन्हें फायदा न मिला हो लेकिन वह पीएम मोदी और सीएम योगी की कार्यशैली से बेहद खुश हैं। देश में खुशहाली और भाईचारा बना रहे, इससे बड़ी बात क्या है। वह पीढ़ियों से गुरुओं के आशीर्वाद से लोगों को दुआएं देकर गुजरबसर कर रही हैं आगे भी यही करेंगी।

आटा, चीनी, चावल, साड़ी और नेक से आशीर्वाद
किन्नर पूजा और सोनिया जब खुशी के मौके पर किसी घर पर पहुंचती हैं तो सबसे पहले चावल से ढोलकी पूजन करती हैं। फिर हर कमरे में चावल छिड़ककर संपंन्नता का आशीर्वाद देती हैं। इस दौरान परिवार के लोग उन्हें आटा, चावल, साड़ी और नेक भेंट करते हैं। बदले में वह परिवार को खुशहाली की दुआएं देती हैं। इस दौरान ढोलक और मंजीरे की थाप पर मां के भजनों और फिल्मी गीतों से माहौल को खुशनुमा बनाना नहीं भूलतीं।