बहराइच: पहली ही बारिश में खुली भ्रष्टाचार की खुली पोल, ढह गई दो माह पूर्व लाखों की लागत से बनी नाले की दीवार

मटेरा/बहराइच। शिवपुर विकास खंड के इमामगंज और लौकिहा गांव में दो माह पूर्व लाखों की लागत से बनी नाले की दीवाल पहली बारिश में ढह गई। इससे नाले में भरा पानी लोगों के घरों में भर गया। ग्रामीणों ने इसे सरकारी धन का बंदरबांट किए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है। …
मटेरा/बहराइच। शिवपुर विकास खंड के इमामगंज और लौकिहा गांव में दो माह पूर्व लाखों की लागत से बनी नाले की दीवाल पहली बारिश में ढह गई। इससे नाले में भरा पानी लोगों के घरों में भर गया। ग्रामीणों ने इसे सरकारी धन का बंदरबांट किए जाने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।
जिले में बुधवार सुबह हुई बारिश के दौरान दो गांव में नाले की दीवार पहली ही बारिश में ढह गई। शिवपुर विकास खंड क्षेत्र के ग्राम पंचायत बसंतापुर के इमामगंज कस्बा में मोहम्मद हसन के घर से राम चन्दर के घर तक अनुमानित लागत करीब 12 लाख से पक्का नाला का निर्माण दो माह पूर्व कराया कराया गया है।
वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत लौकीहा में ही स्थित ब्लाक परिसर में छ:लाख बावन हजार की लागत से नाले का निर्माण किया गया है। नाले की फर्श पक्की करने के बाद दोनों तरफ की दीवार भी पक्की बनाई गई थी। दीवार के बगल में मिट्टी डालकर काम पूरा कर दिया गया है। बुधवार की सुबह को हुई बारिश के दौरान नाले की नव निर्मित दीवार मिट्टी समेत काफी दूर तक ढह गई। बरसात बंद होने पर नागरिकों ने जब दीवार को ढहा देखा तो सूचना ग्राम प्रधान सहित ब्लाक के जिम्मेदारों को दी।
लोगों ने ग्राम प्रधान द्वारा कार्य में मानक की अनदेखी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि यदि हल्की बरसात में दीवार ढह गई तो तेज बहाव को किस प्रकार संभाल पाएगी।गांव के लोगों ने ग्राम पंचायत से निर्माण कार्य की जांच कराने के बाद ही भुगतान करने की मांग की है।ग्रामीणों ने बताया कि नाला की दीवार टूटने के बाद पानी घरों में घुस गया है। आने जाने वाले लोगों के लिए समस्या खड़ी हो गई है।
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