सिकलीगर, वंजारा समाज को अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग का दर्जा दिया जाए: सरचंद सिंह खियाला

सिकलीगर, वंजारा समाज को अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग का दर्जा दिया जाए: सरचंद सिंह खियाला

अमृतसर। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रो. सरचंद सिंह खियाला ने अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा से मुलाकात कर देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले सिकलीगर सिखों, वंजारा और गुर्जर समुदाय को अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग के रूप में मान्यता देने की मांग की है। प्रो सरचांद ने …

अमृतसर। भारतीय जनता पार्टी के नेता प्रो. सरचंद सिंह खियाला ने अल्पसंख्यक आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा से मुलाकात कर देश के विभिन्न राज्यों में रहने वाले सिकलीगर सिखों, वंजारा और गुर्जर समुदाय को अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग के रूप में मान्यता देने की मांग की है।

प्रो सरचांद ने मंगलवार को लालपुरा को ज्ञापन सौंप कर कहा कि पंजाब में अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग के सिखों को सरकारी सुविधाओं का हर लाभ मिल रहा है, लेकिन पंजाब से बाहर के राज्यों में ‘सिखों’ को सामान्य ( जनरल ) वर्ग का माना जाता है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, हरियाणा और राजस्थान आदि में सिकलीगर, वंजारा और गुर्जर सिख जोकि अनुसूचित जाति पिछड़ा वर्ग और दलित हैं, लेकिन यह लाखों लोगों को केवल ‘सिख’ के तौर पर दर्ज है, जिससे उन्हें सरकारी योजनाओं, सरकारी सुविधाओं और नौकरियों में रिजर्व कोटे का लाभ नहीं दिया जा रहा है।

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