बरेली: ”कायाकल्प” से सुधरेगी परसाखेड़ा प्राथमिक स्कूल की दशा

बरेली, अमृत विचार। परिषदीय स्कूलों में बदहाल हो चुकी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने का कार्य शुरू हो गया है। शासन की ओर से कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में मरम्मत व निर्माण कार्य शुरू करा दिए गए हैं। करीब दो हफ्ते में यह कार्य पूरे करा लिए जाएंगे। मरम्मत कार्य की वजह से इन दिनों स्कूल …
बरेली, अमृत विचार। परिषदीय स्कूलों में बदहाल हो चुकी व्यवस्थाओं को दुरुस्त कराने का कार्य शुरू हो गया है। शासन की ओर से कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में मरम्मत व निर्माण कार्य शुरू करा दिए गए हैं। करीब दो हफ्ते में यह कार्य पूरे करा लिए जाएंगे। मरम्मत कार्य की वजह से इन दिनों स्कूल में आने वाले बच्चों की संख्या भी काफी कम है।
परसाखेड़ा स्थित प्राथमिक स्कूल में मरम्मत कार्य चल रहा है। बीते दिनों बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी सूची में इस स्कूल को जर्जर की श्रेणी में दर्ज किया गया था। स्कूल में दो शौचालयों की मरम्मत भी कराई जा रही है। इस स्कूल में कुल 50 बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों को पढ़ाने व प्रधानाध्यपक कक्ष समेत पांच कमरे व बरामदा है। एक कमरे का हिस्सा जर्जर है। इसलिए वहां बच्चों को बैठाने पर रोक लगा दी गई है। अन्य कमरों में बैठाकर बच्चों को पढ़ाया जाता है।
स्कूल में सिर्फ एक शिक्षिका तैनात
इस स्कूल में सिर्फ एक शिक्षिका को अटैच किया गया है जो विभागीय कार्य व आए दिन होने वाली बैठकों में अधिक व्यस्त रहती हैं। हालांकि, शिक्षण अवधि में बच्चों को वह गृहकार्य और कक्षा कार्य भी देती हैं। ऐसे में बच्चों को सभी विषय पढ़ाने के लिए भी पर्याप्त शिक्षक नहीं हैं। इसलिए अभिभावक इस स्कूल में बच्चों का दाखिला कराने से कतराते हैं।
जर्जर स्कूलों में कायाकल्प योजना के तहत निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। इसके अलावा जिन स्कूलों में शिक्षकों की संख्या बेहद कम है, उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था कराने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।- विनय कुमार, बीएसए।
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