हल्द्वानी: कहीं अतिक्रमण तो कही बजट के अभाव में नहीं बन पाया अमृत सरोवर योजना के तहत तालाब

हल्द्वानी, अमृत विचार। प्रधानमंत्री की ओर से हर जिले में 75 तालाबों का संरक्षण कर उन्हें अमृत सरोवर नाम दिया गया। हल्द्वानी में केवल तीन ही क्षेत्रों में तीन तालाब बनाए जाने प्रस्तावित हुए। लेकिन अभी तक एक भी तालाब का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इसमें से एक में काम चल रहा …
हल्द्वानी, अमृत विचार। प्रधानमंत्री की ओर से हर जिले में 75 तालाबों का संरक्षण कर उन्हें अमृत सरोवर नाम दिया गया। हल्द्वानी में केवल तीन ही क्षेत्रों में तीन तालाब बनाए जाने प्रस्तावित हुए। लेकिन अभी तक एक भी तालाब का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इसमें से एक में काम चल रहा है, दूसरे में अतिक्रमण किया गया है व तीसरा बजट के अभाव में लटक गया है।
जिले में इनदिनों पुराने पोखर, तालाबों और मृत पड़ी नदियों की खोदाई का काम किया जाना था। प्रधानमंत्री मोदी ने नदियों के संरक्षण के साथ-साथ तालाबों, पोखरों को भी पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा। इसके तहत उन्होंने आजादी के 75 साल में हर जिले में 75 अमृत सरोवर बनाकर उनके किनारे अमृत महोत्सव मनाने की अपील की।
विकास खंड से मिली जानकारी के अनुसार हल्द्वानी ब्लॉक में तीन तालाबों का निर्माण किया जाना था। लेकिन इसमें से केवल किशनपुर में ही तालाब का निर्माण कार्य शुरू हो पाया। जबकि बच्चीनगर के भरतपुर में प्रस्तावित तालाब की जमीन पर लोगों द्वारा अतिक्रमण किया गया है। वहीं कमुलवागांजा में प्रस्तावित तालाब की जमीन में अधिक मलबा होने से निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि बजट नहीं होने से अभी मलबे को नहीं हटाया जा रहा है।
बच्चीनगर के भरतपुर में प्रस्तावित तालाब की जमीन पर लोगों की ओर से अतिक्रमण किया गया, जिस कारण काम शुरू नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में नगर निगम को सूचित किया गया है। – समीर राठौर, उप कार्यक्रम अधिकारी, ब्लॉक