बरेली: हरि मंदिर में सुबह-शाम दर्शन को लगी रहती है भक्तों की भीड़

बरेली: हरि मंदिर में सुबह-शाम दर्शन को लगी रहती है भक्तों की भीड़

अमृत विचार, बरेली। शहर के मॉडल टाउन स्थित श्री हरि मंदिर भव्यता का प्रतीक है। छह हजार वर्ग गज में फैले मंदिर का निर्माण 1958 में शुरू हुआ था। सन 1960 में मंदिर के गर्भगृह में श्री राधा-कृष्ण युगल सरकार के भव्य विग्रह की स्थापना हुई। मंदिर के गर्भगृह के समक्ष सत्संग कक्षा बना हुआ …

अमृत विचार, बरेली। शहर के मॉडल टाउन स्थित श्री हरि मंदिर भव्यता का प्रतीक है। छह हजार वर्ग गज में फैले मंदिर का निर्माण 1958 में शुरू हुआ था। सन 1960 में मंदिर के गर्भगृह में श्री राधा-कृष्ण युगल सरकार के भव्य विग्रह की स्थापना हुई। मंदिर के गर्भगृह के समक्ष सत्संग कक्षा बना हुआ है। मंदिर द्वार की भव्यता आकर्षक और बनावट की दृष्टि से विशिष्ट है। मंदिर में चार रमणीक उद्यान फूल-पौधों से सजे हुए हैं। मुख्य द्वार और हाल के बीच कृत्रिम जलाशय है, जो रंगीन प्रकाश युक्त फव्वारों से अपनी शोभा और शीतलता बिखेरता है।

मंदिर के गर्भगृह के बाईं ओर शिव पार्वती परिवार का दिव्य विग्रह शिवलिंग के साथ स्थापित है। दाहिनी तरफ पंचायतन, जिसमें श्रीराम, लक्ष्मण एवं माता सीता के अलावा भक्त हनुमानजी विराजमान हैं। इन दोनों के मध्य माता दुर्गा और हनुमानजी का सिद्ध दरबार है। उसी के सामने वासुदेव स्वरूप पीपल विशाल वृक्ष और तुलसी के खूबसूरत पौधों का झुरमुट मंदिर के पर्यावरण को और दिव्यता प्रदान करते हैं। मंदिर की प्रधान पुजारी की जिम्मेदारी रमेश तिवारी के कंधों पर है। सोसाइटी के सचिव रवि छावड़ा ने बताया कि मंदिर को लेकर कई रोचक किस्से हैं। लगातार युगल जोड़ी की महिमा बढ़ती जा रही है। सुबह से शाम तक यहां दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ लगी रहती है। जन्माष्टमी पर यहां होने वाले कार्यक्रम आकर्षण का केंद्र रहते हैं।

मंदिर का इतिहास
बंटवारे के बाद पाकिस्तान से आए पंजाबी समाज के लोगों ने 1951 में बरेली रिफ्यूजी हाउसिंग सोसाइटी का गठन किया। तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष के सहयोग से सोसाइटी ने मॉडल टाउन कालोनी बनाने के लिए एक लाख 76 हजार वर्ग गज भूमि को खरीदा। सोसाइटी ने मंदिर और गुरुद्वारा निर्माण के लिए अलग-अलग छह हजार वर्गगज भूमि आवंटित कराई।

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