कोयला मंत्रालय करेगा राष्ट्रीय खनिज सम्मेलन का आयोजन

कोयला मंत्रालय करेगा राष्ट्रीय खनिज सम्मेलन का आयोजन

नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय ने भुवनेश्वर के अंगुल में राष्ट्रीय खनिज सम्मेलन और जेएसपीएल के कोयला गैसीकरण संयंत्र के क्षेत्र के दौरे की बुधवार को घोषणा की। इसका आयोजन 27-28 मई को होगा जिसमें इस क्षेत्र से जुड़ी 20 से अधिक प्रमुख कंपनियों के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में …

नई दिल्ली। कोयला मंत्रालय ने भुवनेश्वर के अंगुल में राष्ट्रीय खनिज सम्मेलन और जेएसपीएल के कोयला गैसीकरण संयंत्र के क्षेत्र के दौरे की बुधवार को घोषणा की। इसका आयोजन 27-28 मई को होगा जिसमें इस क्षेत्र से जुड़ी 20 से अधिक प्रमुख कंपनियों के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे।

मंत्रालय ने बुधवार को जारी एक बयान में कहा कि कोयला सचिव एवं विश्व खनिज सम्मेलन की भारतीय राष्ट्रीय समिति के चेयरमैन डॉ अनिल कुमार इसका उद्घाटन करेंगे। सम्मेलन में मुख्य तौर पर खनन में प्रौद्योगिकी को अपनाने, एल्यूमिनियम एवं इस्पात क्षेत्र की चुनौतियों, कोयले से हाइड्रोजन का रोडमैप तैयार करने और कोल गैसीकरण जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस सम्मेलन में कोयला गैसीकरण क्षेत्र के विशेषज्ञ जैसे जेएसपीएल के चेयरमैन नवीन जिंदल, सीआईएल और एनएलसीआईएल के निदेशक पैनल चर्चा का हिस्सा होंगे।

इसमें बीएचईएल, ईआईएल, सीआईएमएफआर, एयर प्रोडक्ट्स के प्रतिनिधि भी जुड़ेगे। सम्मेलन में सीआईएल और उसकी सहायक कंपनियां, बीएचईएल, एससीसीएल, एनएलसीआईएल, हिंडल्को, वेदांता, एचसीएल, नाल्को, टाटा स्टील, जेएसपीएल, ईपीआईआरओसी, गेनवैल, ईआईएल, एसटीएम कंस्ट्रक्शन्स, सायनाटा बायो, एयर प्रोडक्ट्स और अन्य कंपनियों के विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे।

अंगुल में कोयला गैसीकरण संयंत्र का दौरा 28 मई, 2022 को होगा और इससे भारत में कोयला गैसीकरण संयंत्रों की स्थापना में लगे पेशेवरों को गैसीकरण संयंत्र के कामकाज के बारे में प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलने की उम्मीद है।

मंत्रालय ने बयान में कहा कि केंद्र सरकार का ध्यान मुख्य रूप से प्रौद्योगिकी को अपनाने और कोयला गैसीकरण पर केंद्रित है, और इस विजन को आगे बढ़ाते हुए कोयला मंत्रायल ने वर्ष 2030 तक 10 करोड़ टन कोयले के गैसीकरण के लक्ष्य से संबंधित दस्तावेज भी पेश किए हैं। राष्ट्रीय खनिज कांग्रेस का आयोजन आईएनसी डब्ल्यूएमसी द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य बातचीत और विचार-विमर्श के लिए एक सामान्य मंच प्रदान करके इस महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने के लिए प्रभावी तरीके तथा साधन तलाशना है।

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