हल्द्वानी: अभी छह महीने का और इंतजार, फिर खुल सकते हैं खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के द्वार

हल्द्वानी: अभी छह महीने का और इंतजार, फिर खुल सकते हैं खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के द्वार

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौलापार में 9 नवंबर 2014 को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की आधारशिला रखी थी। जिसके बाद 18 दिसंबर 2016 को हरीश रावत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का लोकार्पण किया। 173 करोड़ की लागत से हल्द्वानी के गौलापार में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और इनडोर स्टेडियम बनाया गया। बीजेपी …

हल्द्वानी, अमृत विचार। गौलापार में 9 नवंबर 2014 को तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की आधारशिला रखी थी। जिसके बाद 18 दिसंबर 2016 को हरीश रावत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का लोकार्पण किया। 173 करोड़ की लागत से हल्द्वानी के गौलापार में इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम और इनडोर स्टेडियम बनाया गया।

स्टेडियम के शिलान्यास के दौरान लगाए गए शिलापट को निहारते पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत। (फाइल फोटो)

बीजेपी सरकार में खेल मंत्री अरविंद पांडे ने इंडोर स्टेडियम का लोकार्पण भी किया था। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के लोकार्पण के 6 साल बाद भी खेल विभाग को हस्तांतरित नहीं किया गया, जिसके चलते खेलों में करियर बनाने का सपना देख रहे खिलाड़ियों में निराशा भी है।

खेल अधिकारियों को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देते विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार।

इन सबके बीच स्टेडियम में अधिकारियों के निरीक्षण का दौर जारी है। आज विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार ने गौलापार स्थित अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम और स्पोर्ट्स काम्पलेक्स का निरीक्षण किया। इस दौरान खेल विभाग के अधिकारियों को स्टेडियम निर्माण के अधूरे कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए।

उन्होंने अगले तीन से छह महीने के भीतर अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के अधूरे पड़े कार्यों को पूरा करते हुए खेल गतिविधियों का संचालन की रूपरेखा तैयार करने को कहा। विशेष प्रमुख सचिव ने कहा कि हल्द्वानी में यह स्टेडियम और स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स कुमाऊं भर के युवा खिलाड़ियों के लिए वरदान साबित होगा। खेल प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से प्रयास किए जा रहे हैं जिससे पहाड़ की प्रतिभाओं को आगे आने का मौका मिले।

निरीक्षण दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था को क्रिकेट व इंडोर स्टेडियम के हस्तगत के लिये एक माह का अल्टीमेटम देते हुए क्रिकेट स्टेडियम की घास को ठीक करने और आवश्यकतानुसार मरम्मत करने के निर्देश दिए। उन्होंने खेल विभाग के अधिकारियों को स्टेडियम के संचालन के लिए विद्युत संयोजन लेने के निर्देश दिए।

इंडोर स्टेडियम में व्यवस्थाएं जांचते विशेष प्रमुख सचिव अभिनव कुमार।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि क्रिकेट व इंडोर स्टेडियम के संचालन, यूजर चार्ज, अनुरक्षण के सम्बन्ध में शासन से पत्राचार किया जाएगा। हैदराबाद की नागार्जुन कंस्ट्रक्शन कम्पनी द्वारा 38 एकड़ में 173 करोड़ की लागत से निर्मित क्रिकेट व इंडोर स्टेडियम का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। स्टेडियम में स्विमिंग पुल, टेबल टेनिस, हॉकी, कृत्रिम रॉक क्लाइम्बिंग, जूडो, जिम्नास्टिक, ताइक्वांडो समेत 04 बैडमिंटन कोर्ट, 02 बास्केटबॉल, 02 वॉलीबॉल कोर्ट की व्यवस्था है। कार्यदायी संस्था द्वारा स्टेडियम को हस्तगत करने के पश्चात भी अनुबन्ध के अनुसार एक साल तक अनुरक्षण किया जाएगा।

निरीक्षण के दौरान डीआईजी नीलेश आनन्द भरणे, एसएसपी पंकज भटट, एसपी सिटी हरबंस सिह, जिला खेल अधिकारी रशिका सिद्दीकी समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।