बुलंदशहर: कद्दावर किसान नेता मांगेराम त्यागी ने छोड़ा भाकियू का दामन, राजेश चौहान बने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष

बुलंदशहर। जिले में भाकियू के नेता राकेश टिकैत को बड़ा झटका लगा है। भाकियू के संस्थापक महेंद्र सिंह के समय से टिकैत परिवार के करीबी रहे और जनपद के कद्दावर किसान नेता मांगेराम त्यागी ने बगावत कर दी है। मांगेराम त्यागी ने भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) गुट का दामन थाम लिया है। मांगेराम त्यागी की …
बुलंदशहर। जिले में भाकियू के नेता राकेश टिकैत को बड़ा झटका लगा है। भाकियू के संस्थापक महेंद्र सिंह के समय से टिकैत परिवार के करीबी रहे और जनपद के कद्दावर किसान नेता मांगेराम त्यागी ने बगावत कर दी है। मांगेराम त्यागी ने भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) गुट का दामन थाम लिया है।
मांगेराम त्यागी की किसानों के बीच अच्छी पकड़
मांगेराम त्यागी के किसानों के बीच उनकी अच्छी पकड़ को देखते हुए उन्हें राजेश चौहान ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया है। बुलंदशहर जनपद के अलावा हापुड़, अलीगढ़, गाजियाबाद, मोदीनगर, नोएडा आदि जनपदों में मांगेराम त्यागी का अच्छा खासा प्रभाव था।
किसान आंदोलन में निभाई थी महत्वपूर्ण भूमिका
किसान आंदोलन में भी उन्होंने काफी सक्रिय भूमिका निभाई थी। एक साल से अधिक समय तक चले किसान आंदोलन में वह गाजीपुर बॉर्डर पर मोर्चा संभाले हुए थे। राकेश टिकैत ने उन्हें भाकियू का एनसीआर अध्यक्ष बनाया था।
महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर दो धड़ों में बंटी भाकियू
15 मई को चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत की पुण्यतिथि पर भाकियू दो धड़ों में बंट गयी थी। जिससे राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत अलग-अलग दिखें।
भाकियू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे राजेश सिंह चौहान के नेतृत्व में नई भाकियू (अराजनैतिक) बनाई गई है। जिसके राष्ट्रीय अध्यक्ष चौहान बने हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि नरेश टिकैत और राकेश टिकैत राजनीति करने वाले लोग हैं। संगठन के लोगों से विधानसभा चुनाव में एक दल का प्रचार करने के लिए कहा गया था।
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