बहराइच: शिकारियों की आहट मिलते ही जंगल में शुरू हुई कांबिंग, वन विभाग के कैमरे में कैद हुई थी संदिग्ध लोगों की तस्वीर

बहराइच: शिकारियों की आहट मिलते ही जंगल में शुरू हुई कांबिंग, वन विभाग के कैमरे में कैद हुई थी संदिग्ध लोगों की तस्वीर

बहराइच। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में एक बार फिर शिकारियों ने दस्तक दे दी है। वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरे में दो दिन पूर्व कुछ संदिग्धों की तस्वीर कैद हुई है। जिस पर जंगल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग 551 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जंगल में दुर्लभ वन्यजीवों …

बहराइच। कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में एक बार फिर शिकारियों ने दस्तक दे दी है। वन विभाग द्वारा लगाए गए कैमरे में दो दिन पूर्व कुछ संदिग्धों की तस्वीर कैद हुई है। जिस पर जंगल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग 551 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है। जंगल में दुर्लभ वन्यजीवों के साथ बेशकीमती पेड़ भी लगे हुए हैं। लेकिन जंगल में पाए जाने वाले दुर्लभ वन्य जीव और जलीय जीव पर शिकारियों की नजर रहती है। प्रभागीय वन अधिकारी आकाशदीप बधावन ने बताया कि वन विभाग की ओर से लगाए गए कैमरे में दो दिन पूर्व कुछ संदिग्धों की तस्वीर कैद हुई है।

इससे जंगल की सुरक्षा और चौकस कर दी गई है। मंगलवार सुबह से ही ककरहा रेंज के हसुलिया बीट में वन दरोगा आलोक मणि तिवारी, वन रक्षक अमर सिंह, वाचर अकील अहमद गश्त कर रहे हैं। जबकि नौबना बीट में वन दरोगा ने कांबिंग की।

मालूम हो कि डेढ़ दशक पूर्व हरियाणा के बावरिया गिरोह द्वारा बाघ और तेंदुए का शिकार किया जाता था। जिस पर वन विभाग ने एसएसबी और पुलिस की सहायता से अंकुश लगाया है लेकिन शिकारियों की संदिग्ध तस्वीर कैद होने से अब पुनः सुरक्षा पर संकट खड़े हो रहे हैं। डीएफओ ने बताया कि एसएसबी और पुलिस की भी जंगल की सुरक्षा में सहायता ली जा रही है।

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