बरेली: पुलिस बना रही जिले के कबाड़ियों की कुंडली

बरेली: पुलिस बना रही जिले के कबाड़ियों की कुंडली

बरेली, अमृत विचार। चोरी की कारों को सस्ते में खरीदकर काटने वाले कबाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई होना लगभग तय है। पुलिस ऐसे कई कबाड़ियों की कुंडली खंगाल रही है। जिन पर उसे वाहन काटने का शक है। बहेड़ी में सबसे अधिक कबाड़ी है जो कार को काटने का काम करते है। इसके साथ ही कोतवाली …

बरेली, अमृत विचार। चोरी की कारों को सस्ते में खरीदकर काटने वाले कबाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई होना लगभग तय है। पुलिस ऐसे कई कबाड़ियों की कुंडली खंगाल रही है। जिन पर उसे वाहन काटने का शक है। बहेड़ी में सबसे अधिक कबाड़ी है जो कार को काटने का काम करते है। इसके साथ ही कोतवाली के एक कबाड़ी पर पुलिस का हाथ है। पुलिसकर्मी वहां पर रात में बैठते है और जाम भी छलकाते है।                                                                                                                                                                जिले में 500 से अधिक कबाड़ी है। पुलिस अब गुपचुप तरीके से इनकी जानकारी जुटा रही है। इनमें से कई लोगों के तो रजिस्ट्रेशन तक नहीं है। अकेले में बहेड़ी तहसील में ही 24 से अधिक कबाड़ी है। बताया जाता है कि यहां के कुछ और कबाड़ी भी चोरी के वाहनों को काटने का काम करते है। इसके अलावा फतेहगंज पश्चिमी, फरीदपुर और शहर में भी कई कबाड़ी है।

इनमें से कई कबाड़ी चोरी का सामान खरीदते है। कोतवाली के एक कबाड़ी पर पुलिस का हाथ है। पुलिसकर्मी यहां पर रात में बैठते है और जाम छलकाए जाते है। यह कबाड़ी खुले आम चोरी का सामान खरीदता है और बेचता है। यहीं से खरीदी गई एक साइकिल को एक पुलिसकर्मी का बेटा चला रहा है। पुलिस ने कई कबाड़ियों के बारे में जानकारी भी जुटा ली है। जल्द ही इनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

बहेड़ी में मिलेगा सस्ता सामान
शहर के कार मकैनिकों का कहना है कि जब कोई सामान सस्ता और अच्छा खरीदना हो तो बहेड़ी चले जाओ। वहां पर कबाड़ियों के यहां पर अच्छा सामान सस्ते में मिल जाता है। उनका कहना है कि जिले में बहेड़ी में सबसे अधिक कारों का कटान होता है।

एक कबाड़ी के पास से चोरी की कारों के 12 चेचिस मिले थे। ऐसा माना जा रहा है कई और कबाड़ी भी चोरी के वाहन खदीते है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।—राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात

ये भी पढ़ें-

बरेली: पंजीकरण निरस्त फिर भी माहिरा अस्पताल में हो रहा मरीजों का इलाज