बाराबंकी: जल शक्ति मंत्री ने पेयजल योजना की रखी आधारशिला, 2445 परिवारों को मिलेगा लाभ

बाराबंकी: जल शक्ति मंत्री ने पेयजल योजना की रखी आधारशिला, 2445 परिवारों को मिलेगा लाभ

बाराबंकी। प्रदेश के जल शक्ति मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को रसौली गांव में ग्राम पेयजल योजना के तहत बनने वाली दो पानी की टंकियों के निर्माण कार्य की आधार शिला रखी। इस परियोजना पर एक करोड़ 24 लाख 82 हजार रुपए की लागत आएगी। परियोजना में 21 किलोमीटर …

बाराबंकी। प्रदेश के जल शक्ति मंत्री और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को रसौली गांव में ग्राम पेयजल योजना के तहत बनने वाली दो पानी की टंकियों के निर्माण कार्य की आधार शिला रखी। इस परियोजना पर एक करोड़ 24 लाख 82 हजार रुपए की लागत आएगी। परियोजना में 21 किलोमीटर 113 मीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी। 3 पंप हाउस बनेंगे। इससे 2445 घरों को सीधे पाइप लाइन से जोड़ा जाएगा।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 70 साल से सपा बसपा और कांग्रेस की सरकारों ने इस परियोजना को लटकाए रखा। लोगों तक पीने का स्वच्छ पानी भी नहीं पहुंचने दिया गया। आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास से हर घर में नल से जल की परिकल्पना साकार होने जा रही है। लोगों तक पीने का स्वच्छ जल पहुंचेगा। सभी घरों को सीधे पाइप लाइन से जोड़ा जा सकेगा। अभी तक जो सुविधा शहरी इलाकों तक सीमित थी, उससे अब हर गांव लाभान्वित किए जाएंगे।उन्होंने कहा कि घाघरा की तलहटी में बसे गांवों को बाढ़ और कटान से निजात दिलाने के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है। जल्द ही इस पर कार्य शुरू हो जाएगा। बाढ़ में जिन लोगों के घर पानी में बह जाते हैं। उनके लिए भी सरकार ने एक नई कार्य योजना बना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में निष्पक्षता और ईमानदारी से कार्य हो रहा है।

15 मई तक भर दिए जाएं तालाब

लोक निर्माण विभाग के अतिथि गृह में विभागीय कार्यों की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों से कहा कि पशु पक्षियों का दर्द भी समझें। प्रत्येक दशा में 15 मई तक तालाबों को भर दें। जिससे पशु पक्षियों को पानी के लिए दर-दर न भटकना पड़े। उन्होंने कहा कि आधे अधूरे पड़े कार्यो को तुरंत पूरा करें। खास तौर पर पेयजल योजनाओं को समय से पूरा करने के लिए पूरी लगन से कार्य किया जाना चाहिए।

10 बिंदुओं को चिन्हित कर तय करें प्राथमिकता

जल शक्ति मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे 10 बिंदुओं का चयन कर अपनी प्राथमिकता तय कर लें। हर मुख्य अभियंता अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ इन बिंदुओं की समीक्षा करें। अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कार्य हो रहा है कि नहीं। सभी अभियंता प्रतिदिन इन बिंदुओं पर रिपोर्ट भेजते रहें। उन्होंने आगाह किया कि किसी भी स्तर पर लापरवाही सामने आने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।

यह भी पढ़ें-कानपुर: 450 करोड़ की पेयजल योजना में घोटाले का आरोप, कई अधिकारियों पर FIR