हल्द्वानी: किसानों को बताई बागवानी फसलों एवं पशुधन उत्पादन की उन्नत तकनीक

हल्द्वानी, अमृत विचार। जिले के मुक्तेश्वर स्थित केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम “किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी” कार्यक्रम का आयोजन शुरू हो गया है। तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में आत्मा (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी), आईवीआरआई, डीएफएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को बागवानी फसलों एवं पशुधन उत्पादन की उन्नत तकनीकों …
हल्द्वानी, अमृत विचार। जिले के मुक्तेश्वर स्थित केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम “किसान भागीदारी प्राथमिकता हमारी” कार्यक्रम का आयोजन शुरू हो गया है। तीन दिन चलने वाले इस कार्यक्रम में आत्मा (कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन एजेंसी), आईवीआरआई, डीएफएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को बागवानी फसलों एवं पशुधन उत्पादन की उन्नत तकनीकों पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
केंद्रीय शीतोष्ण बागवानी संस्थान के प्रभारी वैज्ञानिक डा.अरुण किशोर ने बताया कि कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना है साथ ही उन्हें वैज्ञानिक तरीके से खेती-बागवानी के गुर सिखा उनके उत्पादों को और बेहतर बनाया जाना है। बताया कि इन तीन दिनों में जो भी किसान इस कार्यक्रम में भागीदारी करना चाहता है वह कार्यालय में पहुंच अपना पंजीकरण करवा सकता है।
अगले दो दिनों में किसानों को पर्वतीय क्षेत्रों में शीतोष्ण फलों की उन्नत खेती के तरीके, पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग के कारण-निवारण, ऊंचाई वाले पहाड़ी क्षेत्रों पर गौ पालन,दुग्ध उत्पादन,फसलों का रख-रखाव,मुर्गा पालन, पशुओं में चपापचय संबंधी रोग एवं प्रबंधन के अलावा जलवायु परिवर्तन के चलते पशुधन उत्पादन पर बढ़ते प्रभावों के कारकों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाएगा साथ ही किसानों की जिज्ञासा को भी शांत किया जाएगा।
पहले दिन कार्यक्रम में आईवीआरआई के संयुक्त निदेशक डा.अशोक कुमार मोहंती,डा.शेर सिंह, डीएफएमडी के प्रभारी डा.चंद्रकान्त जाना, टेरी संस्था के डा.नारायण सिंह सहित कई वैज्ञानिकों ने किसानों को संबोधित किया और उनके प्रश्नों का निराकरण किया।