रामनवमी कल: जन्मभूमि सहित अयोध्या के 8 हजार मंदिरों में हुई भव्य सजावट, सुरक्षा को लेकर किये गये व्यापक प्रबंध

अयोध्या। अयोध्या में रामनवमी के महापर्व पर खासा उल्लास नजर आ रहा है। मंदिरों में गीत, संगीत व अध्यात्म के संगम की लहरें सरयू के आंचल को पल-पल छू रही हैं। मेला क्षेत्र कथा-प्रवचन व श्रीराम की स्तुतियों से गुंजायमान हो रहा है। रामलला दरबार, कनक भवन समेत अयोध्या के आठ हजार मंदिरों में भव्य …
अयोध्या। अयोध्या में रामनवमी के महापर्व पर खासा उल्लास नजर आ रहा है। मंदिरों में गीत, संगीत व अध्यात्म के संगम की लहरें सरयू के आंचल को पल-पल छू रही हैं। मेला क्षेत्र कथा-प्रवचन व श्रीराम की स्तुतियों से गुंजायमान हो रहा है। रामलला दरबार, कनक भवन समेत अयोध्या के आठ हजार मंदिरों में भव्य सजावट की गई है। रविवार को रामजन्मोत्सव के साक्षी बनने को लाखों श्रद्धालु बेकरार हैं।

भारी संख्या में पहुंचे मेलार्थियों को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए हैं। सीसीटीवी के जरिए मेलाक्षेत्र की निगरानी की जा रही है। शुक्रवार से ही बड़े वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। कोरोना के कारण दो साल बाद अयोध्या में चैत्र रामनवमी का मेले का आयोजन हुआ है। यह साल इसलिए भी खास है क्योंकि मंदिर निर्माण शुरू होने के बाद से यह पहला अवसर पर जब रामनवमी पर रामलला का भव्य श्रृंगार व पूजन किया जाएगा।
इस बार जन्मभूमि स्थित कनक भवन व रामलला के दरबार में पूजा अर्चना होनी है। जन्मोत्सव के अवसर पर रामलला को पीले रंग का आकर्षण वस्त्र धारण कराया जाएगा। पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास के मुताबिक सुबह रामलला को पहले जल से स्नान कराया जाएगा।
इसके बाद इत्र व पंचामृत से अभिषेक कराया जाएगा। फिर उन्हें सोने और चांदी से बनी आभूषण भी पहनाए जाएंगे। जन्मोत्सव के समय लगभग 12 बजे भव्य आरती का आयोजन होगा और स्तुतियां भी पढ़ी जाएंगी। इसके बाद 2.5 क्विंटल चार प्रकार की पंजीरी व 56 व्यंजनों का भी भोग लगाया जाएगा, जिसका निर्माण राम जन्मभूमि परिसर में ही पुजारियों के द्वारा किया जाएगा। सत्येंद्र दास ने बताया कि इस बार प्रसाद का पैकेट बनाया गया है जो दर्शनार्थियों को दिया जाएगा। मेला क्षेत्र में कई प्रदेश के लोग पहुंचे हैं। मठ-मंदिर, धर्मशाला व होटल फुल हो गए हैं।
सुरक्षा को लेकर एटीएस व आरएएफ तैनात
एसएसपी शैलेश पांडे ने बताया कि चैत्र रामनवमी के मेले को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं, ताकि जो भी रामभक्त आएं तो वे अच्छा अनुभव लेकर जाए। एटीएस की टीम के साथ आरएएफ व सीआरपीएफ सहित सिविल पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। अर्द्धसैनिक बल के जवान सड़कों पर लगातार गश्त कर रहे हैं। जगह-जगह बैरिकेडिंग लगाकर चेकिंग की जा रही है।
अयोध्या धाम के एंंटी गेट उदया व नया घाट चौराहे पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। सम्पूर्ण मेला क्षेत्र को 6 जोन/27 सेक्टर में विभाजित किया गया है। सिविल पुलिस, पीएसी, आरएएफ व नदी तट पर सुरक्षा व्यवस्था हेतु जल पुलिस व एडीआरएफ लगाई गई है। पुलिस का एंटी-रोमियो स्क्वायड जगह-जगह पर सादे कपड़ों में तैनात है।
आईजी केपी सिंह की अपील
- 1-सरयू तट पर स्नान करते समय जल बैरिकेटिंग का विशेष ध्यान दें।
- 2-अजनबी-अपरिचित पर भरोसा न करें न उनसे कोई सामान लें।
- 3-लावारिस वस्तुओं घड़ी, मोबाइल, बैग इत्यादि की सूचना पुलिस को दें।
- 4-अयोध्या धाम की पवित्रता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान दें।
- 5-विछड़ने की स्थिति में नयाघाट के सामने खोया-पाया केन्द्र से सम्पर्क करें।
- 6-कतारबद्ध होकर दर्शन करें, पुल के ऊपर खड़े होकर सेल्फी न लें।
- 7-वाहन पार्किंग में ही खड़ा करें। सड़क पर खड़े वाहन किए जाएंगे।
- 8- कूड़े को इधर-उधर न फेंके, कूड़ेदान में ही डालें।
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