डॉ. एमसी सक्सेना नहीं किया आत्मसर्मपण तो पहले घोषित होगा भगोड़ा, फिर होगी कुर्की

लखनऊ। डॉ. एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन डॉ. एमसी सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट (एबीडब्ल्यू) जारी हो चुका है। पुलिस की मानें तो अगर जल्द ही डॉ. एमसी सक्सेना ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो पुलिस उसे भगोड़ा घोषित कर सकती है। इसके बाद कोर्ट से अनुमति लेते हुए उसकी संपत्तियों की कुर्की …
लखनऊ। डॉ. एमसी सक्सेना ग्रुप ऑफ कॉलेजेज के चेयरमैन डॉ. एमसी सक्सेना के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट (एबीडब्ल्यू) जारी हो चुका है। पुलिस की मानें तो अगर जल्द ही डॉ. एमसी सक्सेना ने आत्मसमर्पण नहीं किया तो पुलिस उसे भगोड़ा घोषित कर सकती है। इसके बाद कोर्ट से अनुमति लेते हुए उसकी संपत्तियों की कुर्की की जाएगी।
एक महीना बीता, पर सर्च वॉरंट पर छापेमारी शुरू नहीं
याद हो कि सात फरवरी को डॉ. एमसी सक्सेना कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस के ठाकुरगंज कोतवाली अंतर्गत दुबग्गा स्थित डॉ. आरआर सिन्हा मेमोरियल अस्पताल में एनएमसी से बेहतर ग्रेड पाने के लिए मजदूरों को पैसों का लालच देकर फर्जी मरीज बनाकर भर्ती किया गया था। इसके बाद उन्हें जबरन बंधक बनाकर वीगो/इंजेक्शन लगाया गया।
इस बीच मौका पाकर एक मजदूर भागकर पुलिस के पास पहुंच गया और घटना की जानकारी दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी मजदूरों को मुक्त कराया। नौ फरवरी को पुलिस की ओर से दिये गए आवेदन पर कमिश्नरेट ने तीन मार्च को सर्च वॉरंट जारी कर दिया। पर आज पूरा एक महीना बीतने के बाद भी पुलिस की ओर से डॉ. एमसी सक्सेना के ठिकानों पर छापेमारी नहीं की गई है।
डॉ. एमसी सक्सेना के खिलाफ एनबीडब्ल्यू मिल चुका है। जल्द ही कोर्ट से अनुमति लेकर उसे भगौड़ा घोषित करते हुए संपत्ति कुर्की की प्रक्रिया की जाएगी…हरिशंकर चंद्र, प्रभारी निरीक्षक, ठाकुरगंज कोतवाली।