पीलीभीत: जहानाबाद चेयरमैन के पति पर 110जी की कार्रवाई, चेयरमैन और उनकी बेटी ने उठाए सवाल

पीलीभीत: जहानाबाद चेयरमैन के पति पर 110जी की कार्रवाई, चेयरमैन और उनकी बेटी ने उठाए सवाल

पीलीभीत, अमृत विचार। जहानाबाद नगर पंचायत चेयरमैन के पति पर दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे को लेकर मचा शोर अभी शांत नहीं हुआ था कि अब पुलिस की ओर से की जा रही 110 जी के तहत कार्रवाई पर भी राजनीतिक दबाव का आरोप लगा है। चेयरमैन और उनकी बेटी ने इस पर सवाल उठाए। वहीं …

पीलीभीत, अमृत विचार। जहानाबाद नगर पंचायत चेयरमैन के पति पर दर्ज गैंगस्टर के मुकदमे को लेकर मचा शोर अभी शांत नहीं हुआ था कि अब पुलिस की ओर से की जा रही 110 जी के तहत कार्रवाई पर भी राजनीतिक दबाव का आरोप लगा है। चेयरमैन और उनकी बेटी ने इस पर सवाल उठाए। वहीं साफ कहा कि अब पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं है।

जहानाबाद नगर पंचायत चेयरमैन ममता गुप्ता और उनकी बेटी शिल्पी ने बीते दिनों एक शिकायत आईजी और एसपी से की थी। जिसमें आरोप लगाया था कि उनके पति दुर्गाचरण गुप्ता और दो बेटों पर विधायक के दबाव में जहांनाबाद पुलिस ने फर्जी गैंगस्टर एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की। विधायक से जान का खतरा भी जताया था। इसे पुलिस ने जांच के नाम पर दबा दिया था। दो दिन पूर्व भी जहांनाबाद चेयरमैन के रिश्तेदार को घेरकर फंसाने की कोशिशवक आरोप लगे थे।

अब पुलिस की ओर से चेयरमेन पति पर 110 जी के तहत कार्रवाई शुरू की है। इसके बाद फिर राजनीतिक दबाव के आरोप लगे है। चेयरमैन की बेटी का एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिसमे कहा है कि पुलिस से अब उन्हें न्याय की उम्मीद नहीं है। अफसर लगातार विधायक के दबाव में गुमराह करते रहे हैं। उन्हें व परिवार को लगातार परेशान किया जा रहा है। यह भी कहा कि उनका किसी भी राजनीतिक दल से अब कोई वास्ता नहीं।

विधायक यह दबाव बना रहे है कि उनके पक्ष में प्रचार किया जाए। कोई सुनने वाला नहीं है। अगर ऐसा ही रहा तो परिवार को खुदकुशी ही करनी पड़ेगी। अगर कुछ गलत होता है तो इसकी जिम्मेदारी विधायक की होगी। यह भी आरोप लगाए कि उनकी मां जहांनाबाद चेयरमैन ममता गुप्ता को भी विधायक के गुर्गे रास्ते मे घेरने की कोशिश कर चुके हैं।

उधर, अफसर इस मामले में खुलकर बोलने से बचते रहे। वहीं इस मामले पर एएसपी डॉ.पवित्र मोहन त्रिपाठी का कहना है चुनाव को सकुशल संपन्न कराने के लिए 110 जी समेत अन्य कार्रवाई की जा रही है। अधिकांश गैंगस्टर के मामलों में शिकंजा कसने को औपचारिक तौर पर 110 जी के तहत सम्बंधित पर कार्रवाई की जाती है।

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