आगरा: 83 दिन से धरने पर बैठी महिला की मौत, नाला निर्माण को लेकर दे रही थी धरना

आगरा। यूपी के आगरा जिले से हैरान कर दिने वाली खबर सामने आई जहां प्रशासन की लपरवाही से एक 49 वर्षीय महिला ने धरना स्थाल पर ही दम तोड़ दिया। मृतक महिला का नाम रानी देवी बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक महिला जिले के धनौला में एक नाला निर्माण को लेकर बीते करीब …
आगरा। यूपी के आगरा जिले से हैरान कर दिने वाली खबर सामने आई जहां प्रशासन की लपरवाही से एक 49 वर्षीय महिला ने धरना स्थाल पर ही दम तोड़ दिया। मृतक महिला का नाम रानी देवी बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक महिला जिले के धनौला में एक नाला निर्माण को लेकर बीते करीब 83 दिन से धरने पर बैठी थी।
कल रविवार सुबह जब महिला का बेटे नीरज चाय देने आया तब उसे मां की मौत की जानकारी हुई। महिला की मौत की खबर से सुबह स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस फोर्स ने स्थिति को संभाला और शव का पोस्टमार्टम कराया। वहीं शाम पांच बजे पुलिस व जिला प्रशासन की मौजूदगी में महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
खबरों के मुताबिक जिले के सिरैली रोड स्थित विकास नगर में नाला निर्माण को लेकर क्षेत्र को लोग बीते 13 अक्टूबर से धरना पर बैठे हैं। रविवार को धरने का 83 वां दिन था। जिस दिन महिला की मौत हुई। वहीं मृतक के पुत्र नीरज ने बताया कि उसकी मां दो माह से धरना स्थल पर ही रात में सोती थी। मैं मना करता था। रविवार सुबह सात बजे जब मैं मां को चाय देने पहुंचा तो वो नहीं रही। मैंने लोगों को बुला कर इकठ्ठा किया।
वहीं महिला की मौत की सूचना आंदोलनकारी सावित्री चाहर ने प्रशासन को दिया। सूचना पर पुलिस क्षेत्राधिकारी, एसडीएम, तहसील व अन्य अफसर पहुंच गए। शव को पोस्टमार्टम के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया। पोस्टमार्टम के बाद शव धनौली पहुंचने पर आक्रोशित लोगों ने हंगामा किया। शव सड़क पर रख दिया। जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस फोर्स ने लोगों को समझाकर मामला शांत कराया। सिरौली गांव में ही मृतक का अंतिम संस्कार हुआ है।
4 वर्ष से नहीं हो रही कोई सुनवाई
सामाजिक कार्यकत्री सावित्री चाहर ने बताया कि वे बीते चार साल से अधिकारियों के चक्कर काट रही हैं। इतनी ही नहीं नाला निर्माण को लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन करने के साथ ही जिलाधिकारी को भी ज्ञापन दिया गया लेकिन अफसरों ने कोई संज्ञान नहीं लिया। उन्होंने बताया कि सिरौली रोड का चाइल्ड कम्युनिटी सेंटर तक का मार्ग बेहद खराब हालात में है। रास्ते से गुजरने में लोगों को खासी मुश्किलें होती हैं।
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