रामपुर : ख्यालीराम लोधी बोले- सफल विद्यालय के होते हैं तीन आधार

रामपुर, अमृत विचार। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी ने कहा कि विद्यालय प्रबंध समिति और ग्राम प्रधान में समन्वय स्थापित कर ही विद्यालय का विकास किया जा सकता है। विद्यालय प्रबंध समिति, ग्राम प्रधान से विचार विमर्श कर, तालमेल बनाकर विद्यालय के विकास में गति लाएं। कहा कि विद्यालय के सफल संचालन के …
रामपुर, अमृत विचार। मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी ने कहा कि विद्यालय प्रबंध समिति और ग्राम प्रधान में समन्वय स्थापित कर ही विद्यालय का विकास किया जा सकता है। विद्यालय प्रबंध समिति, ग्राम प्रधान से विचार विमर्श कर, तालमेल बनाकर विद्यालय के विकास में गति लाएं। कहा कि विद्यालय के सफल संचालन के लिए शिक्षक, विद्यालय प्रबंध समिति और ग्राम प्रधान यह तीन स्तंभ होते हैं।
बेसिक शिक्षा विभाग एवं समग्र शिक्षा अभियान रामपुर के तत्वाधान में सैदनगर ब्लाक के विद्यालयों में गठित विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष, सचिव (प्रधानाध्यापक/ इंचार्ज अध्यापक) एवं ग्राम प्रधान की ब्लॉक स्तरीय संगोष्ठी एवं उन्मुखीकरण कार्यक्रम सोमवार को तोपखाना गेट स्थित चंदा पैलेस में हुआ। गोष्ठी का आगाज मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष ख्यालीराम लोधी ने सरस्वती मां के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि विद्यालय प्रबंध समिति में 15 सदस्य होते हैं, जिनमें 11 सदस्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक होते हैं, इन्हीं 11 सदस्यों में से एक अध्यक्ष होता है, जो चयनित होते हैं, इसके अलावा चार नामित सदस्य होते हैं। ( विद्यालय के प्रधानाध्यापक, संबंधित हलके के लेखपाल, ग्राम पंचायत के वार्ड मेंबर, स्वास्थ्य विभाग की ओर से क्षेत्र की एएनएम), इस तरह कुल मिलाकर 15 सदस्य होते हैं।
उन्होंने कहा कि कायाकल्प के अंतर्गत सभी विद्यालयों में फर्श, टाइलीकरण व सौंदर्यीकरण का कार्य ग्राम प्रधान व ग्राम सचिव स्तर से संपन्न हुआ है। जिसके कारण सभी विद्यालय बहुत ही सुंदर लगने लगे हैं और विद्यालयों की दशा भी बदली है। विद्यालय को प्राप्त होने वाली कंपोजिट ग्रांट के खर्च में भी विद्यालय प्रबंध समिति की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है, जिससे विद्यालय के विकास को गति मिलती है। सरकार द्वारा चलाई जा रही डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) योजना के अंतर्गत प्रत्येक बच्चे के अभिभावक के खाते में 1100 रुपए सरकार द्वारा भेजे जा रहे हैं जिनसे ड्रेस, बैग, स्वेटर, जूते- मोजे खरीदे जाने हैं।
शारदा अभियान के अंतर्गत जिन बच्चों ने पढ़ाई बीच में छोड़ दी थी, उन ड्रॉपआउट बच्चों को विद्यालय में लाने के लिए विद्यालय प्रबंध समिति एवं ग्राम प्रधान का सहयोग अति आवश्यक है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने वहां उपस्थित सभी लोगों से कहा कि जिस किसी विद्यालय में रास्ते की दिक्कत है, वह मुझे लिखकर दें, मैं जिला पंचायत से वह रास्ते का कार्य पूरा कराऊंगा। सैदनगर के खंड शिक्षा अधिकारी शाहिद हुसैन खां ने कहा कि प्री प्राइमरी शिक्षा के साथ समन्वय स्थापित करने में ग्राम प्रधान एवं विद्यालय प्रबंध समिति की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
इसके साथ ही समर्थ कार्यक्रम में दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए भी विद्यालय प्रबंध समिति एवं ग्राम प्रधान का तालमेल आवश्यक है। इस अवसर पर भारत सिंह, सबीना मंसूरी, अभिनव गुप्ता, चिरंजीव कुमार, अनीसा लतीफ, आबिद हुसैन, रहमत अली, सलीम अहमद, कीर्ति चौहान, मेहवश निगार, मजहर हुसैन, इफ्तिखार जैदी, सुषमा, रेहान, शबनम आरा, प्रिया सागर, हिमांशी, अमरपाल यादव, मुजाहिद खान, अरीबा खान, दीपक पुंडीर, नसरीन बी, सीमा गौहर, आसिफ, बब्बू प्रधान, अफरोज खान, मोहम्मद जावेद, इश्तियाक, हरचरण सिंह, राबिया, आशिया, शारदा, ओमपाल, फिरोज अहमद, किशनपाल, जमील, मुजाहिद अली, मुरारीलाल, राधेश्याम, असलम शाह हरिओम शर्मा, हर्षित, नदीम आदि उपस्थित रहे।