पं.मालवीय और पूर्व पीएम वाजपेयी की जयंती पर ‘रक्तदान शिविर’ का हुआ आयोजन

गोरखपुर। गुरु श्री गोरक्षनाथ रक्त कोष के तत्वावधान में भारत माता की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पं.मदन मोहन मालवीय व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आज शनिवार को ‘वृहद रक्तदान शिविर’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु श्री गोरक्षनाथ …
गोरखपुर। गुरु श्री गोरक्षनाथ रक्त कोष के तत्वावधान में भारत माता की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर करने वाले काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक महामना पं.मदन मोहन मालवीय व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर आज शनिवार को ‘वृहद रक्तदान शिविर’ का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ गुरु श्री गोरक्षनाथ चिकित्सालय के निदेशक मेजर जनरल अतुल बाजपेई ने द्वय महापुरुषों के चित्रों पर माल्यार्पण कर किया।
इस अवसर पर ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. अवधेश अग्रवाल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महामना मदन मोहन मालवीय महान स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ और शिक्षाविद ही नहीं, बल्कि एक बड़े समाज सुधारक भी थे। देश से जातिगत बेड़ियों को तोड़ने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान था।
उन्होंने कहा मालवीयजी व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने अखण्ड भारत के निर्माण हेतु अपना सर्वस्व जीवन अर्पित कर दिया। वे सांस्कृतिक विरासतों को संरक्षित करने के लिए भी आजीवन प्रयत्नशील रहे।
रक्तदान शिविर में चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ सी एम सिन्हा ने अपने विचार प्रस्तुत किए, उनके संबोधन से रक्त दाताओं में जागरूकता एवं उत्साह वर्धन हुआ। इस अवसर पर रक्त दाताओं समेत नगर के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने रक्तदान शिविर में भाग लिया तथा मानवता के परिचायक बने।
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इस अवसर पर ब्लड बैंक अधिकारी डॉक्टर ममता जायसवाल ने रक्तदाताओं को रक्तदान से संबंधित आवश्यक जानकारियां दीं, उन्होंने बताया कि मानव जीवन की सबसे बड़ी विशेषता में से एक विशेषता रक्तदान भी है जो कि एक व्यक्ति के रक्तदान से चार व्यक्तियों की जान बचाई जा सकती है।
उन्होंने रक्तदान से जुड़ी आवश्यक सावधानियां एवं महत्वपूर्ण जानकारियां से भी अवगत कराया उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति जिसका वजन 45 किलो से ऊपर तथा उम्र 18 वर्ष से 65 वर्ष के बीच हो वह व्यक्ति हर तीन महीने के अंतराल पर रक्तदान कर सकता है, रक्तदाता को रक्तदान से कोई हानि नहीं होती अपितु लाभ ही होता है जैसे उच्च रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ना, कैंसर इत्यादि नाना प्रकार की बीमारियों से भी वह व्यक्ति बचा रहता है। रक्तदाता की आवश्यक जांच रक्तदान के पूर्व रक्त कोष कर्मचारियों द्वारा स्वतः ही कर ली जाती है तत्पश्चात ही रक्तदान कराया जाता है।
इस अवसर पर ऐम्बिशन एजुकेशन वेलफेयर सोसायटी द्वारा रक्तदान कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस शिविर में कुल 30 रक्तदाता जैसे अनमोल राज, प्रेम सागर, अंकित मिश्रा, अमित श्रीवास्तव, राहुल श्रीवास्तव, आकाश राज, मनोज शुक्ला, इत्यादि लोगों ने रक्तदान किया।
इस रक्तदान शिविर में रक्त कोष कर्मचारियों का विशेष एवं महत्वपूर्ण योगदान रहा। इस अवसर पर चिकित्सालय के चिकित्सक गण, अधिकारीगण एवं नगर के गणमान्य व्यक्ति तथा पत्रकार बंधु उपस्थित रहे। वैश्विक महामारी कोरोना को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक सावधानिया जैसे कि मास्क, हैंड सैनिटाइजर, सामाजिक दूरी का कड़ाई से अनुपालन किया गया।
कार्यक्रम के अंत में अपर निदेशक डाक्टर कामेश्वर सिंह ने भारत रत्न महामना पं. मदन मोहन मालवीय व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर उन्हें कोटि कोटि नमन किए तथा उपस्थित जनसमूह, रक्त दाताओं तथा रक्त कोष कर्मचारियों को हृदय से आभार व्यक्त एवं धन्यवाद ज्ञापित किए।