हल्द्वानी: आधे शहर की संपत्तियों को ही रिकार्ड कर पाया ड्रोन

हल्द्वानी, अमृत विचार। जीआईएस (ग्लोबलइंफॉर्मेशन सिस्टम) सर्वे को लेकर एक बार फिर से अधिकारियों में टेंशन बढ़ गई है। ड्रोन से आधे शहर की संपत्तियों का वीडियो रिकार्ड करने के बाद सर्वे टीम वापस लौट गई है। हैरानी की बात यह है कि केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर शेष संपत्तियों के रिकार्ड …
हल्द्वानी, अमृत विचार। जीआईएस (ग्लोबलइंफॉर्मेशन सिस्टम) सर्वे को लेकर एक बार फिर से अधिकारियों में टेंशन बढ़ गई है। ड्रोन से आधे शहर की संपत्तियों का वीडियो रिकार्ड करने के बाद सर्वे टीम वापस लौट गई है। हैरानी की बात यह है कि केंद्र सरकार की इस महत्वपूर्ण योजना को लेकर शेष संपत्तियों के रिकार्ड के लिए निगम के अधिकारियों ने अब तक कोई योजना नहीं बनाई है।
भौगोलिक स्थिति का रिकार्ड रखने के लिए ड्रोन कैमरे के माध्यम से पूरे शहर की हर घरेलू, व्यापारिक और सरकारी संपत्तियों का रिकार्ड किया जाना था। 18 नवंबर से यह सर्वे करने के लिए ड्रोन भी उड़ा दिया गया। 15 दिन लगातार वीडियो सर्वे के बावजूद पूरे शहर का डाटा रिकार्ड नहीं किया जा सका है। मुखानी, देवलचौड़, बरेली रोड पर मंडी के निकट करीब 50 फीसदी शहर की संपत्तियों की रिकार्डिंग के बाद ड्रोन को उतार लिया गया। जो टीम इस कार्य में लगी हुई थी, वह भी देहरादून लौट गई। अब यदि शेष संपत्तियों की वीडियो रिकॉर्डिंग नहीं की जाती है तो जीआईएस सर्वे पूरा नहीं हो सकेगा। इस चिंता ने अधिकारियों को परेशानी में डाल दिया है।
सेना के प्रतिबंध के कारण पूरा नहीं हो सका सर्वे
– सेना के प्रतिबंध की वजह से ड्रोन से पूरे शहर का सर्वे नहीं हो सका। नगर निगम कर निरीक्षक पूजा चंद्र ने बताया कि आर्मी क्षेत्र से तीन किमी की परिधि तक ड्रोन उड़ाने की अनुमति नहीं थी। इसलिए जो क्षेत्र इस परिधि से बाहर थे, वहीं पर ड्रोन उड़ाया गया था। शेष क्षेत्रों में संपत्तियों की वीडियो रिकॉर्डिंग को लेकर अभी कोई योजना नहीं बनाई है।