रायबरेलीः डीएपी खाद की किल्लत से पिछड़ी गेहूं की बुआई

रायबरेली। डीएपी खाद के लिए किसान परेशान हैं। सभी साधन सहकारी समितियों शिवगढ़ संघ व कृषि वानिकी में खाद नहीं है, वहीं खाद की दुकानों में महंगे दामों में डीएपी बिक रही है। साधन सहकारी समिति शिवगढ़, बेडारू, बसंतपुर सकटपुर, अछई, रीवा, खजुरों, शिवगढ़ संघ सहित 7 साधन सहकारी समिति, एक संघ, एक कृषि वानिकी …
रायबरेली। डीएपी खाद के लिए किसान परेशान हैं। सभी साधन सहकारी समितियों शिवगढ़ संघ व कृषि वानिकी में खाद नहीं है, वहीं खाद की दुकानों में महंगे दामों में डीएपी बिक रही है। साधन सहकारी समिति शिवगढ़, बेडारू, बसंतपुर सकटपुर, अछई, रीवा, खजुरों, शिवगढ़ संघ सहित 7 साधन सहकारी समिति, एक संघ, एक कृषि वानिकी है लेकिन दीपावली से किसी भी समिति, संघ व वानिकी में डीएपी खाद नहीं उपलब्ध है। गेहूं की बुवाई के समय खाज न मिलने पर किसान परेशान है। जैसे ही किसानों को पता चलता है कि साधन सहकारी समिति पर डीएपी खाद आई है।
किसान भारी संख्या में समिति पर पहुंच जाते हैं लेकिन वहां के सचिव द्वारा यह बताया जाता है कि खाद अभी नहीं आई है। विगत कई दिन से किसान इसी तरह समितियों पर जाकर वापस आ रहे हैं । जबकि खाद की दुकानों में 1200 रुपये में डीएपी बिक रही है। किसान घनश्याम निवासी बैती कहना है कि कई दिन से समिति पर जा रहे हैं लेकिन डीएपी खाद नहीं है जिसके कारण गेहूं की बुवाई में देरी हो रही है।
किसान राम सिंह भदौरिया का कहना है कि यदि समय से डीएपी खाद समितियों में नहीं पहुंची तो गेहूं बुवाई में देरी हो सकती है।
किसान राधेश्याम तिवारी निवासी पिपरी का कहना है कि गेहूं की बुवाई का समय नजदीक आ गया है समितियों पर खाद नहीं है समितियों पर जल्द खाद उपलब्ध कराई जाए।
क्या कहते हैं अधिकारी
सहायक विकास अधिकारी सहकारिता अभिषेक सिंह ने बताया कि डीएपी खाद की रैक जिले में आ गई हैं। खजुरो कृषि वानिकी में एनपीके खाद भेजवाई गई थी। जैसे ही जिले से खाद आएगी वैसे सभी साधन सहकारी समिति संघ व वानिकी पर खाद उपलब्ध करा दी जाएगी।
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