बरेली: बाकरगंज में पानी कम हुआ, दुश्वारियां बढ़ीं

बरेली: बाकरगंज में पानी कम हुआ, दुश्वारियां बढ़ीं

बरेली, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने के बाद बाकरगंज क्षेत्र में दुश्वारियां बढ़ गयी हैं। सैकड़ों मकान पानी से घिरे हुए हैं। लोग एक तरह से घरों में कैद हो गए हैं। शनिवार को पानी घटने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कुछ घरों के सामने से पानी …

बरेली, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंचने के बाद बाकरगंज क्षेत्र में दुश्वारियां बढ़ गयी हैं। सैकड़ों मकान पानी से घिरे हुए हैं। लोग एक तरह से घरों में कैद हो गए हैं। शनिवार को पानी घटने की उम्मीद थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। कुछ घरों के सामने से पानी कम हुआ। वहीं ग्राम बाकरगंज में किला नदी के अस्थायी पुल के ध्वस्त होने के बाद से छह गांवों के ग्रामीणों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।

शहर आने के लिए सिर्फ यही मार्ग होने की वजह से दिनभर लोग कमर तक पानी से गुजरकर आना-जाना करते रहे। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सब गंदे पानी से ही निकल रहे हैं। पानी की धार इतनी तेज है कि चालू अवस्था में बाइक लेकर कोई निकल नहीं सकता है। इसलिए बाइक को पैदल ही खींचकर पानी से निकलना पड़ रहा है।

जिनके पास साइकिल है, वे अपनी साइकिलें कंधों पर रखकर निकल रहे हैं। दिनभर यहां मजमा लगा रहता है। सुरक्षा की दृष्टि से बाकरगंज चौकी की पुलिस यहां पर मुस्तैद की गयी है। इस रास्ते से सहसिया हुसैनपुर, दौली रगुवार दयाल, घुरा राघवपुर, बलराऊ आजमपुर और तिलपुरा व मुरोपुरा गांव के ग्रामीण निकलते हैं।

किसान तबाह, सरकार दो हेक्टेयर पर दे रही सिर्फ 13.5 हजार
बाढ़ ने किसानों को तबाह कर दिया। धान, आलू, तिल समेत अन्य फसलों को बाढ़ ने भारी नुकसान पहुंचाया है। बहेड़ी, शेरगढ़, मीरगंज के दर्जनों गांवों में धान की फसल 90 प्रतिशत तक बर्बाद हो गयी। इस तबाही से किसानों के सामने परिवार का पेट भरने का संकट खड़ा हो गया है। खेत से लेकर घरों में घुसे पानी ने सबकुछ छीन लिया। अब पीड़ितों को सरकार से उम्मीद है लेकिन सरकार फसल नुकसान पर आर्थिक मदद के रूप में जो धनराशि देगी, उस धनराशि से किसान की एक हेक्टेयर की लागत भी नहीं निकल सकेगी।

सरकार दो हेक्टेयर में फसल नुकसान पर 13.50 हजार रुपये आर्थिक मदद देगी है। मुआवजा बांटने के लिए प्रशासन जिलेभर में फसलों के नुकसान का आकलन करा रहा है। इधर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि बहेड़ी, मीरगंज, शेरगढ़ क्षेत्र में फसलों को सर्वाधिक नुकसान हुआ है। लेखपालों से रिपोर्ट मांगी है।