दीपक सिंह हत्याकांड: पुलिस के हाथ अभी भी खाली, नहीं मिली कोई सफलता

रायबरेली। ऊंचाहार के नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह उर्फ माना हत्याकांड में पुलिस अभी अंधेरे में है। मां द्वारा जमीनी विवाद को लेकर हत्या की संभावना जताने के बाद पुलिस संभावित जमीनी विवाद के आधार को खंगाल रही है लेकिन अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। गौरतलब है कि नेवादा गांव निवासी …
रायबरेली। ऊंचाहार के नेवादा गांव निवासी दीपक सिंह उर्फ माना हत्याकांड में पुलिस अभी अंधेरे में है। मां द्वारा जमीनी विवाद को लेकर हत्या की संभावना जताने के बाद पुलिस संभावित जमीनी विवाद के आधार को खंगाल रही है लेकिन अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है।
गौरतलब है कि नेवादा गांव निवासी युवक दीपक सिंह का शव मंगलवार को क्षेत्र के चड़ रई चौराहा के पास से पूरे बकिया गांव को जाने वाले मार्ग पर रक्तरंजित अवस्था में मिला था। उसकी गला रेतकर हत्या की गई है। पास ही हत्या में प्रयुक्त धारदार हंसिया भी बरामद हुई थी। इस हत्याकांड को लेकर मृतक की मां ऊषा सिंह ने जमीन को लेकर हत्या किए जाने की संभावना जताई थी। पुलिस भी इसी थीम पर काम कर रही है। घटना को लेकर 36 घंटे से अधिक का समय व्यतीत हो चुका है लेकिन अभी तक पुलिस के हाथ कुछ भी अहम सुराग नहीं मिला है। मृतक के पास से उसके दो पीपी साइज फोटो भी बरामद हुआ है। जिससे अनुमान लगाया जाता है कि शायद उसके हिस्से की जमीन की बिक्री के लिए किसी से सौदेबाजी हुई थी। पुलिस इस बात को ध्यान में रखकर जांच कर रही है और संभावित खरीदारों की पहचान की जा रही है।
जमीन का है मामला
मृतक के पिता राम आधार सिंह के पास कुल डेढ़ बीघा जमीन थी। उनकी मौत के बाद यह जमीन उनके तीन पुत्रों और पत्नी के नाम बराबर बराबर हिस्से में बंट गई थी। जिसमें मृतक के नाम आठ विश्वा से भी कम जमीन थी। मृतक मानसिक रोगी था। इसलिए उसकी शादी नहीं हुई थी। मृतक के न रहने के बाद इस जमीन पर उसके भाइयों का हक बनता है। ऐसे में कौन व्यक्ति है जो इस जमीन को हथियाना चाहता है। पुलिस ने बुधवार को तहसील के निबंधक कार्यालय के अभिलेखों को भी खंगाला है। जिसमें पता चला है कि दीपक सिंह के बड़े भाई करुणेश सिंह ने अपने हिस्से की कुछ जमीन का विक्रय करीब तीन साल पहले किया है लेकिन दीपक सिंह की जमीन का विक्रय नहीं हुआ है ।
आधा दर्जन लोग हिरासत में
पुलिस ने इस हत्याकांड के सिलसिले में करीब आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। घटना के खुलासे के लिए एसओजी टीम भी लगी हुई है। लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। घटना स्थल के आसपास के लोगों से घटना के बावत भी जानकारी जुटाई गई है लेकिन घटना को लेकर किसी को जानकारी नहीं है। ऐसा समझा जाता है कि यह वारदात सोमवार की रात बारह बजे के बाद हुई है। क्योंकि जिस रास्ते पर हत्या को अंजाम दिया गया है, उस पर देर रात तक लोगों का आवागमन रहता है।