मुख्तार अंसारी व विजय मिश्रा नहीं कर सकेंगे उपाध्यक्ष पद के लिए मतदान..जानें वजह

लखनऊ। जेल में बंद बाहुबली मऊ विधायक मुख्तार अंसारी व और भदोही से विधायक विजय मिश्रा उपाध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे। दोनों विधायकों को सरकार से अनुमति नहीं दी गई है। न अदालत ने कोई निर्देश जारी किये हैं। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि पिछले कई सत्र से …
लखनऊ। जेल में बंद बाहुबली मऊ विधायक मुख्तार अंसारी व और भदोही से विधायक विजय मिश्रा उपाध्यक्ष पद के चुनाव में मतदान नहीं कर सकेंगे। दोनों विधायकों को सरकार से अनुमति नहीं दी गई है। न अदालत ने कोई निर्देश जारी किये हैं। विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने बताया कि पिछले कई सत्र से ये विधायक सदन में नहीं आ रहे हैं, क्योंकि सरकार व न्यायालय की ओर से इनको शामिल करने के लिए कोई अनुमति नहीं दी गई है।
उल्लेखनीय है कि जेल में बंद विधायकों को पूर्व में अदालत की ओर से सदन की कार्यवाही में शामिल होने की अनुमति मिलती रही है, पर भाजपा सरकार में इन्हें अनुमति नहीं दी गई है। बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी बांदा जेल में बंद हैं, जबकि विजय मिश्रा आगरा जेल में बंद हैं।
विजय मिश्रा पर दर्ज हैं ये मामले
बाहुबली विधायक विजय मिश्रा अपने एक रिश्तेदार की फर्म और मकान पर कब्जे के मामले में आगरा जेल में बंद हैं। रिश्तेदार के द्वारा जब यह मुकदमा दर्ज कराया गया था तो उसके बाद तीन अन्य मुकदमे भी विधायक विजय मिश्रा पर दर्ज किए गए थे। जिसमें एक मुकदमा गैंगरेप, दूसरा ग्राम प्रधान के लेटर पैड के दुरुपयोग, तीसरा सरकारी जमीन पर कब्जा और चौथा मुकदमा साजिश व धमकी देने के मामले में दर्ज किया गया था।
मुख्तार पर दर्ज हैं ये मामले
विधायक मुख्तार अंसारी का आपराधिक दुनिया में बड़ा दखल है। प्रदेश के बड़े गैंगस्टरों में शामिल मुख्तार के खिलाफ मऊ के दक्षिण टोला थाने में दर्ज डबल मर्डर केस का है। पूर्वांचल के मऊ जिले में साल 2009 में ए कैटेगरी के बड़े ठेकेदार अजय प्रकाश सिंह उर्फ़ मन्ना की दिन दहाड़े बाइक सवार हमलावरों ने एके 47 का इस्तेमाल कर हत्या कर दी थी। हत्या का आरोप बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर लगा था।
इस मर्डर केस में मन्ना का मुनीम राम सिंह मौर्य चश्मदीद गवाह था। गवाह होने के चलते राम सिंह मौर्य को सतीश नाम का एक गनर भी दिया गया था। साल भर के अंदर ही आरटीओ आफिस के पास राम सिंह मौर्य और गनर सतीश को भी मौत के घाट उतार दिया गया था। इस मामले में भी मुख्तार अंसारी और उसके करीबियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। इसके अलावा भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या सबसे चर्चित हत्याओं में हे, जिसमें मुख्तार का नाम शामिल है।