हल्द्वानी: जल संस्थान के अधिकारियों को किसी का नहीं है डर, यहां परेशान है लोग

हल्द्वानी: जल संस्थान के अधिकारियों को किसी का नहीं है डर, यहां परेशान है लोग

हल्द्वानी, अमृत विचार। जलसंस्थान के अधिकारी लोगों की परेशानी नहीं समझ पा रहे हैं। यह हकीकत है दमुवाढूंगा के जवाहर ज्योति बंदोबस्ती वार्ड का। वार्ड दर वार्ड पड़ताल करने सोमवार को वार्ड नंबर-35 में पहुंची अमृत विचार की टीम ने जब वार्ड का हाल जाना तो असल हालत ने हैरानी में डाल दिया। बारह हजार …

हल्द्वानी, अमृत विचार। जलसंस्थान के अधिकारी लोगों की परेशानी नहीं समझ पा रहे हैं। यह हकीकत है दमुवाढूंगा के जवाहर ज्योति बंदोबस्ती वार्ड का। वार्ड दर वार्ड पड़ताल करने सोमवार को वार्ड नंबर-35 में पहुंची अमृत विचार की टीम ने जब वार्ड का हाल जाना तो असल हालत ने हैरानी में डाल दिया। बारह हजार से भी ज्यादा की आबादी वाले इस वार्ड में कई कालोनियां आती हैं। यहां लोग हर रोज 600 रुपए का टैंकर लेकर पानी पीने को मजबूर हो रहे हैं।

इसके बाद भी पेयजल को लेकर व्यवस्था बदहाल मिली। चालीस साल पुराना ओवर हेड टैंक यहां पर जर्जर हाल में मिला। पुरानी लाइनें और बढ़ती आबादी के बीच पेयजल की दिक्कत से लोग जूझते दिखे। कनेक्शन होने बाद भी लोग पानी ढोने और निजी टैंकरों के भरोसे रहने को मजबूर मिले। यहां के रहने वाले महेशानंद टम्टा के अनुसार पेयजल लाइनें तकनीकी तौर पर ठीक से नहीं बिछी हैं, अव्यवस्था का एक कारण यह भी है।

वार्ड का जायजा लिया तो एक बड़ी समस्या के रूप में स्ट्रीट लाइट की कमी भी सामने आई। लाइटें लगी तो थी, लेकिन कई स्थानों पर यह व्यवस्था नजर नहीं आई। कालोनियों में घरों से विद्युत पोल काफी दूरी पर होने से कनेक्शन को लेकर समस्याएं दिखीं। लोगों की मानें तो कई बार यह अव्यवस्था हादसे का कारण भी बनी है।

खस्ताहाल सड़कें बन जाती हैं तालाब
वार्ड के कई बस्ती इलाकों में सड़कों का बुरा हाल मिला। इसमें मल्ला प्लॉट, बैड़ी खत्ता, देवखड़ी, एचएमटी कॉलोनी में सालों से सड़कें नहीं बनी हैं। जागनाथ मोहल्ले, तल्ला प्लॉट, बैड़ी खत्ता में जलभराव से लोग अक्सर तंग होते हैं। इसकी एक वजह यहां अंग्रेजों के जमाने के नालों पर कब्जा होना भी सामने आया।

गंदगी से लोग परेशान, कूल बन गई नाला
एचएमटी कॉलोनी सहित कई कॉलोनियों में कचरा का ढेर लगा हुआ देखा गया। यहां के लोग इस समस्या से बेहद तंग दिखे। वार्ड में काफी ज्यादा आबादी है, लेकिन सफाई व्यवस्था के लिए सिर्फ पांच ही कर्मचारी नियुक्त हैं। सफाई न हो पाने का एक बड़ा कारण यह भी मिला। वहीं जागनाथ कॉलोनी में एक मीटर बनी कूल को भी लोगों ने नाला बना दिया।

सीवर सर्वे के बाद भूल गए जिम्मेदार
सीवर प्रोजेक्ट को लेकर जिम्मेदार लगातार इस वार्ड की अनदेखी कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि इस वार्ड में सीवर प्रोजेक्ट नहीं आना है। इस प्रोजेक्ट को लेकर तीन साल पहले जल निगम के अधिकारी सर्वे भी कर चुके हैं, लेकिन सर्वे के बाद से यहां के लोग लाइन के बिछने का इंतजार कर रही है।