बरेली: बोर्ड की कार्यवृत्ति देने में मेयर के आदेश को भी नहीं मान रहे अधिकारी

बरेली, अमृत विचार। नगर निगम बोर्ड की बैठक के बाद कई दिनों तक कार्यवृत्ति न देने के मामले में नगर निगम के अधिकारियों की काफी फजीहत हुई थी। कई पार्षदों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी कि कार्यवृत्ति समय से न मिल पाने से बोर्ड के फैसलों का क्रियान्वयन समय से नहीं हो पता …
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम बोर्ड की बैठक के बाद कई दिनों तक कार्यवृत्ति न देने के मामले में नगर निगम के अधिकारियों की काफी फजीहत हुई थी। कई पार्षदों ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी कि कार्यवृत्ति समय से न मिल पाने से बोर्ड के फैसलों का क्रियान्वयन समय से नहीं हो पता और इसके बाद दूसरी बोर्ड की बैठक की तिथि निर्धारित हो जाती है।
कार्यवृत्ति तैयार होने को लेकर इस बार भी काफी विलंब हो गया है और पार्षदों को अब तक इसकी कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। मेयर डॉ. उमेश गौतम ने पार्षदों की आपत्ति के बाद नगर निगम के अधिकारियों को बोर्ड की बैठक के अगले तीन कार्य दिवस के बाद हर हाल में कार्यवृत्ति देने के निर्देश दिए थे लेकिन अफसरों ने मेयर के भी आदेश को दरकिनार कर दिया।
बोर्ड की बैठक की बिंदुवार रिपोर्ट बनाने को लेकर हर बार ही नगर निगम प्रशासन काफी ढिलाई बरतता है। 28 अगस्त को नगर निगम की बोर्ड बैठक आईएमए हाल में काफी हंगामेदार हुई थी। इस दौरान पार्षद सतीश चंद्र कातिब मम्मा सहित कई लोगों ने बैठक की शुरूआत में इस पर असंतोष जाहिर किया था कि बोर्ड की बैठक हो जाने के कई महीने बाद भी बोर्ड की कार्यवृत्ति पार्षदों को नहीं मिल पाती है। इस वजह से उसका अनुपालन भी कराने में विलंब होता है।
कई बार इस देरी के बीच बोर्ड की दूसरी बैठक की तारीख भी तय हो जाती है। पार्षद सतीश चंद्र कातिब मम्मा का कहना है कि शासनादेश के तहत बोर्ड की बैठक के आधे घंटे बाद ही बोर्ड बैठक की कार्यवृत्ति मिल जानी चाहिए लेकिन इसका अनुपालन नहीं किया जा रहा है। इस बार भी बार्ड की बैठक हुए 15 दिन का समय बीत गया है लेकिन पार्षदों के पास अब तक कार्यवृत्ति की बिंदुवार आख्या नहीं मिली है। इसे लेकर पार्षदों के बीच फिर से असंतोष पैदा हो रहा है।
बैठक में पार्षद विपुल लाला का हुआ था हाईवोल्टेज ड्रामा
28 अगस्त को बोर्ड की बैठक में हुई हाईवोल्टेज ड्रामा के बीच भाजपा पार्षद विपुल लाला भिखारी बनकर सदन में उतरे थे, वहीं बहुत से पार्षदों के साथ पुलिस की नोकझोंक, हाथापाई तक की घटना हुई थी। अब बोर्ड की बैठक को लेकर तमाम पार्षद कार्यवृत्ति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। सदन में जो भी हालात हुए उसकी कार्यवृत्त बनती है। पार्षद इस कार्यवृत्त रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रहे हैं।
बोर्ड की बैठक की कार्यवृत्ति तैयार हो चुकी है। जल्द ही सभी पार्षदों की इसकी प्रतियां उपलब्ध करा दी जाएंगी। -अजीत कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त