हल्द्वानी: नलकूप खराब, शहर में पानी के लिए मचा हाहाकार

हल्द्वानी, अमृत विचार। जगदंबा नगर में लगे नलकूप की मोटर खराब होने की वजह से यहां पर पेयजल की किल्लत बनी हुई है। पानी की किल्लत से लोग खासा परेशान हैं। इधर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नलकूप की मोटर काफी गहराई में लगी हुई है और यहां पर नई मोटर लगाने में अभी …
हल्द्वानी, अमृत विचार। जगदंबा नगर में लगे नलकूप की मोटर खराब होने की वजह से यहां पर पेयजल की किल्लत बनी हुई है। पानी की किल्लत से लोग खासा परेशान हैं। इधर विभागीय अधिकारियों का कहना है कि नलकूप की मोटर काफी गहराई में लगी हुई है और यहां पर नई मोटर लगाने में अभी तीन दिन का और समय लग सकता है।
बारिश के दिनों में भी लोग पेयजल के लिए परेशान हैं। जगदंबा नगर में करीब पांच हजार की आबादी पर पेयजल का संकट बना हुआ है। यहां पर गुरुवार को की सांय नलकूप की मोटर फुंक गई। इसे ठीक किया जा रहा है। यहां पर करीब 57 पाइप जमीन के अंदर तक लगे हुए हैं। अभी पाइपों को निकालने का काम चल रहा है। इसके बाद यहां पर नई मोटर लगाई जा सकेगी।
एई रविंद्र कुमार ने बताया कि विभाग की ओर मौके पर टीम भेज दी गई है और यह दिन रात यहां पर काम कर रही है। बताया कि अभी 30 से ज्यादा पाइप निकाले जा चुके हैं। शनिवार तक सभी पाइप निकालने के बाद खराब मोटर को निकाला जाएगा और उसकी जगह पर दूसरी मोटर लगा दी जाएगी। इसके बाद पानी की आपूर्ति सुचारू हो पाएगी। इधर क्षेत्रवासियों का कहना है कि जल संस्थान की ओर से यहां पर पानी के टैंकरों की भी सप्लाई नहीं की जा रही है। लोगों को पेयजल के लिए दूसरे इलाकों में जाना पड़ रहा है।
गौलापार में भी प्यासे लोग
गौलापार में लो वोल्टेज की वजह से नलकूप सही तरह से नहीं चल पा रहे हैं इसलिए यहां पर पेयजल की किल्लत बनी हुई है। स्थानीय निवासी नीरज रैक्वार ने बताया कि विभागीय अधिकारियों से कई बार इस बाबत शिकायत की जा चुकी है लेकिन इसके बाद भी अभी तक समस्या जस की तस बनी हुई और गौलापार में करीब 35 हजार की आबादी पर पेयजल का संकट बना रहता है।
कुमाऊं कालोनी में भी यही हाल
हल्द्वानी। दमुवाढूंगा की कुमाऊं कालोनी में भी पेयजल संकट बना हुआ है। यहां पर जलसंस्थान की पाइप लाइनों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। स्थानीय निवासी जया टम्टा ने बताया कि पेयजल का बिल तो आता है लेकिन पानी नहीं आता है। जल संस्थान की ओर से कभी-कभी पानी के टैंकर से सप्लाइ करके खानापूर्ति कर ली जाती है।