पूरनमासी
साहित्य 

कबीर: चौदह सौ पचपन साल गये, चंद्रवार एक ठाट ठये…

कबीर: चौदह सौ पचपन साल गये, चंद्रवार एक ठाट ठये… कबीर की प्रासंगिकता “चौदह सौ पचपन साल गये,चंद्रवार एक ठाट ठये जेठ सुदी बरसायत को ,पूरनमासी प्रगट भये” ‘कबीर चरित्र बोध’ ग्रन्थ के अनुसार कबीर-पंथियों ने सन्त कबीर का जन्म सम्वत १४५५ की जेठ शुक्ल पूर्णिमा को माना है.अतः आज ६१४ वीं जयंती पर सन्त कबीर को श्रन्धान्ज्ली देने का यही उचित विकल्प लगा कि …
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