कानपुर: पांडु नदी में गिरे मजदूर का नहीं चला पता, मुलायम सिंह से जुड़े नेता पहुंचने लगे घर
कानपुर, अमृत विचार। गुजैनी के मर्दनपुर में पांडु नदी में गिरे मजदूर का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा। परिवार नेता जी मुलायम सिंह यादव की मौत से जोड़कर घटना की बात कर रहा है। क्षेत्रीय लोगों में भी यही चर्चा है कि नेता जी की मौत से क्षुब्ध होकर मजदूर ने आत्महत्या की है। …
कानपुर, अमृत विचार। गुजैनी के मर्दनपुर में पांडु नदी में गिरे मजदूर का अभी तक कोई सुराग नहीं लगा। परिवार नेता जी मुलायम सिंह यादव की मौत से जोड़कर घटना की बात कर रहा है। क्षेत्रीय लोगों में भी यही चर्चा है कि नेता जी की मौत से क्षुब्ध होकर मजदूर ने आत्महत्या की है। बुधवार को घटना की जानकारी के बाद सपा से जुड़े नेताओं का पहुंचना शुरू हो गया है। नहर मे डूबे राम कुमार के घर पहुंच पूर्व संसाद सुखराम सिंह ने परिवार से मुलाकात की। बताया जा रहा है कि सपा से जुड़े विधायक भी घर पहुंच सकते हैं। वहीं, पुलिस पूरे मामले को संदिग्ध मान रही है। प्रथम दृश्टया मजदूर के नशे में नदी में गिरने की बात सामने आई है। फिलहाल जांच चल रही है।
गुजैनी थानाक्षेत्र के मर्दनपुर में चार साल से 55 वर्षीय राम कुमार यादव उनका भाई अमर पत्नी रामरती अपने बच्चों के साथ रह रहे थे। अमर ने बताया कि भइया राम कुमार यादव नेता जी के बहुत बड़े समर्थक थे। हमेशा उनकी बात करते रहते थे। वह सोमवार को इस्पात नगर में मजदूरी के बाद लौट रहे थे। रास्ते में किसी ने उन्हें बताया कि मुलायम सिंह यादव की मौत हो गई। लोगों का कहना गया कि वह रास्ते चिल्लाते हुए कह रहे थे कि मुलायम सिंह नहीं रहे अब क्या करेंगे। अमर ने बताया कि भाई पांडु नदी पुल पर आए और गिर गए या आत्महत्या की यह नहीं कह सकते। राम कुमार की मौत के बाद पत्नी रामरती और चार नाबालिग बेटियां ममता, ललिता, सरिता और आरूषी का हाल बेहाल है। गुजैनी थानाप्रभारी राजेश कुमार ने बताया कि स्थानीय लोगों ने बताया कि रामकुमार यादव नशे में गिरा है। उसके परिवार से पूछताछ की जा रही है, अभी तक शव नहीं मिला है। जांच की जा रही है।
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