होटल लेवाना अग्निकांड : …खत्म हुई एक प्रेम कहानी, मौत का मंजर देखकर दशहत में पड़ी जिंदगानी

होटल लेवाना अग्निकांड : …खत्म हुई एक प्रेम कहानी, मौत का मंजर देखकर दशहत में पड़ी जिंदगानी

अमृत विचार, लखनऊ । राजधानी के रिहायशी इलाके के लेवाना होटल की तीसरी मंजिल पर भयावह आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई। जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग आग की जद में आने से झुलस गए। इस हादसे कारण तीसरे फ्लोर में करीब दस लोग फंस गए थे। जिन्हें सकुशल निकाला गया। …

अमृत विचार, लखनऊ । राजधानी के रिहायशी इलाके के लेवाना होटल की तीसरी मंजिल पर भयावह आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई। जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोग आग की जद में आने से झुलस गए। इस हादसे कारण तीसरे फ्लोर में करीब दस लोग फंस गए थे। जिन्हें सकुशल निकाला गया। बता दें कि हादसे के वक्त होटल में करीब 30 से 35 लोग मौजूद थे। वहीं फायर फाइटिंग टीम आग पर काबू पाने और लोगों को बाहर निकालने के लिए करीब पांच घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन में जुझती रही। पुलिस की मदद से घायलों को फौरन सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। जब यह घटना राजनैतिक गालियारों तक पहुंची तो फौरन सीएम योगी घायलों से मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे। इसके बाद सीएम ने हादसे को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि होटल परिसर को सील कर दिया गया है।

बता दें कि इस हादसे में पहले जान गवांने वाले अमीनाबाद थानाक्षेत्र गणेशगंज सराय फाटक निवासी गुरनूर आंनद अपनी मंगेतर यानि होने वाली पत्नी साहिबा कौर के साथ होटल लेवाना में ठहरे हुए थे। अग्निकांड के बाद दोनों के शव होटल के तीसरे फ्लोर पर बने बरामदे में पुलिस ने बरादम किए। आशंका जताई गई कि धुआं में दम घुटने के चलते उनकी दोनों की मौत हुई है। वहीं इस हादसे में इंदिरानगर थानाक्षेत्र निवासी अमान गाजी उर्फ बॉबी और श्रीविका सिंह उर्फ चिया भी खुद को बचा नहीं सकी और उनकी भी दम घुटने की वजह से मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव होटल के कमरे से बरामद किया। पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को परिवार के सुपुर्द किया गया।

आपको बता दें कि, फायर ब्रिगेड डिपार्टमेंट की तफ्तीश में पता चला कि होटल के तीसरे फ्लोर पर किचन बना हुआ था। संभावना जताई जा रही है कि आग किचन से फैली है। सबसे पहले पुलिस ने तीसरे फ्लोर पर बने बरामदे से गुरनूर आंनद और साहिबा कौर का शव बरामद किया था। बाकी अन्य दो लोगों के शव तीसरे फ्लोर पर बने कमरे से बरामद किए गए थे। देर शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम होटल में चेकिंग करती रही। होटल की बिल्डिंग में धुआं भर जाने के कई लोग बेसुध हो गए थे। इस हादसे के बाद फायर ब्रिगेड की दो दर्जन गाड़ियां राहत कार्य में लगाई गईं।

एम्बुलेंस की मदद से पुलिस ने आठ लोगों को सिविल अस्पताल में पहुंचाया। होटल में आग लगने की सूचना राजनैतिक गालियारे में पहुंची तो सीएम योगी घायलों से मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे। इसके बाद सीएम ने फौरन पुलिस आयुक्त और मंडलायुक्त को जांच के आदेश दिए हैं। इसके बाद प्रशासनिक अमले से जुड़े आलाधिकारी घटनास्थल पहुंच गए। बताया जा रहा है कि होटल लेवाना में 30 कमरे हैं। हादसे के वक्त होटल के 18 कमरे बुक थे। हादसे से पहले कुछ लोग होटल छोड़कर जा चुके थे। इस घटना के बाद होटल परिसर को सील कर दिया गया है। वही मृतकों के परिजनों से भी बातचीत की गई। इस हादसे में फायर ब्रिगेड के रोहित, बट्टू लाल, प्रदीप मौर्या और चंद्रेश यादव समेत तीन पुलिस के जवान भी जख्मी हुए हैं। जबकि दो होटल स्टाफ भी घायल हुआ है। सिविल अस्पताल प्रशासन की मानें तो अस्पताल में श्रवण कुमार, राज कुमार, मोना, अंश कौशिक, कामिनी, आनंद उपाध्याय, चंद्रेश और प्रदीप मौर्य भर्ती हुए हैं।

आपको बता दें कि इस रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान फायर फाइटर को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। असल में होटल की खिड़कियों पर लोहे की पट्टियां जड़ी हुई थी। जिन्हें काटकर अंदर घुसने का रास्ता बनाया गया। वहीं रेस्क्यू ऑपरेश के दौरान बुलडोजर एक हुक टूट गया। वहीं एलडीए (लखनऊ विकास प्राधिकरण) वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने होटल से संबंधित फाइलें तलब की हैं। इस
हादसे के बाद डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल फिर होटल पहुंचे।

इस उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी जनपद के होटल में फायर सुरक्षा परखी जाए। वहीं घायल इलाज सरकारी इमदाद से मुफ्त हो गया। बता दें कि लेवाना होटल में सुबह 7.30 बजे कमरों में धुआं भरने लगा। 8 बजे होटल स्टाफ को आग लगाने की जानकारी हुई। इसके बाद नजदीकी फायर स्टेशन पर आग लगने की सूचना दी गई। स्थानीय लोगों के मुताबिक, कई लोग खिड़कियां तोड़कर बाहर निकले। तो वही कई लोग हाथ में सामान लेकर बाहर आते दिखाई पड़े।

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