भारत की पूर्व विकेटकीपर करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास, लिखा भावुक पोस्ट

भारत की पूर्व विकेटकीपर करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से लिया संन्यास, लिखा भावुक पोस्ट

मुम्बई। भारत की पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने 2004 से 2014 के बीच भारत के लिए 44 वनडे, पांच टेस्ट और नौ टी20 मैच खेले हैं। 36 वर्षीय करुणा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, “बहुत खु़श और संतुष्ट भावनाओं के …

मुम्बई। भारत की पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज करुणा जैन ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा की है। उन्होंने 2004 से 2014 के बीच भारत के लिए 44 वनडे, पांच टेस्ट और नौ टी20 मैच खेले हैं। 36 वर्षीय करुणा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में लिखा, “बहुत खु़श और संतुष्ट भावनाओं के साथ मैं क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर रही हूं। साथ ही मैं उम्मीद करती हूं कि भविष्य में भी इस खेल के प्रति अपना योगदान देने में सफल रहूंगी।”

उन्होंने आगे लिखा, “मैं इस अवसर पर उन सभी लोगों को धन्यवाद देना चाहती हूं, जो शुरू से ही मेरी क्रिकेट यात्रा का हिस्सा रहे हैं। मेरे सभी कोच, सहयोगी स्टाफ़ और मेरी टीम के सभी साथी, जिन्होंने मुझे मेरे करियर के दौरान भरपूर साथ दिया, मैं उनको धन्यवाद देती हूं। मैं उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं, जिन्होंने मुझे खेल और जीवन के बारे में कुछ सिखाया है, जिन्होंने मुझे आज एक बेहतर खिलाड़ी और बेहतर व्यक्ति बनाने का प्रयास किया है। यह एक अविश्वसनीय यात्रा रही है। यह उन सभी लोगों के बिना संभव नहीं होता।”

करुणा ने 2004 में लखनऊ में वेस्टइंडीज के ख़िलाफ़ अपना वनडे डेब्यू किया था। उस मैच में उन्होंने नाबाद 68 रन बनाया था और डेब्यू मैच में अर्धशतक लगाने वाली सिर्फ़ पांचवीं भारतीय महिला बनी थीं। किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज़ के द्वारा डेब्यू वनडे मैच में यह अभी भी तीसरा सर्वोच्च स्कोर है। इसके अलावा करुणा भारत के लिए महिला वनडे शतक बनाने वाली केवल दो विकेटकीपरों में से एक हैं। वह अभी भी वनडे शतक बनाने वाली चौथी सबसे कम उम्र की भारतीय महिला होने का रिकॉर्ड रखती हैं।

करुणा ने लिखा “मेरे परिवार ने मेरा सबसे ज़्यादा समर्थन किया है। मेरे भाई खु़द एक क्रिकेटर हैं, उनकी वजह से यह खेल मेरे लिए और आसान बन गया। उन्होंने मुझे बेहतर प्रदर्शन करने के लिए लगातार प्रेरित किया। मेरे परिवार के समर्थन और त्याग के कारण ही मैं लंबे समय तक इस खेल में योगदान देने में सफल रहीं।”

करुणा ने भारत के लिए खेलते हुए एक विकेटकीपर के तौर पर कुल 58 बल्लेबाज़ों के शिकार किए, यह किसी भी भारतीय विकेटकीपर के लिए तीसरा सर्वाधिक है। करुणा ने घरेलू क्रिकेट में ज़्यादातर कर्नाटक के लिए क्रिकेट खेला। वह एयर इंडिया की टीम में भी थी। साथ ही 2018-19 में वह नागालैंड के टीम से खेल रही थीं। घरेलू क्रिकेट में अपना ऑफ़ ब्रेक गेंदबाज़ी से उन्होने आठ विकेट भी झटके हैं। वह 2005 महिला विश्व कप टीम का हिस्सा थीं, जहां भारत उपविजेता रहा था। उन्होंने 2013 में महिला विश्व कप और 2014 में महिला टी 20 विश्व कप भी खेला था।

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