बरेली: मिनी बाईपास पर बिल्डर की अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

बरेली: मिनी बाईपास पर बिल्डर की अवैध दुकानों पर चला बुलडोजर

बरेली, अमृत विचार। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के पास बिना नक्शा पास किए दुकानों का निर्माण कराने की शिकायत पहुंची तो कार्रवाई को रोकने के लिए सिफारिशों का दौर भी शुरू हो गया। दुकानों के ध्वस्तीकरण को रोकने के लिए कोशिश काफी देर चली लेकिन नोटिस का जवाब न देने पर मंगलवार को प्राधिकरण ने …

बरेली, अमृत विचार। बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के पास बिना नक्शा पास किए दुकानों का निर्माण कराने की शिकायत पहुंची तो कार्रवाई को रोकने के लिए सिफारिशों का दौर भी शुरू हो गया। दुकानों के ध्वस्तीकरण को रोकने के लिए कोशिश काफी देर चली लेकिन नोटिस का जवाब न देने पर मंगलवार को प्राधिकरण ने अवैध दुकानों पर जेसीबी चलाकर उन्हें ढहा दिया। मिनी बाईपास रोड स्थित अवैध निर्माण की सूचना बीडीए के अधिकारियों को लिखित में तौर से मिली थी।

शिकायत के बाद प्राधिकरण अधिकारियों ने भवन स्वामी को नोटिस जारी किया। इसके बाद भी निर्माण कार्य जारी रहा। इसके बाद प्राधिकरण ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण कार्य को रोका और नोटिस चस्पा किया। फिर भी निर्माण कार्य जारी रहा।

प्राधिकरण उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि सूचना मिली थी कि मिनी बाईपास पर एक बिल्डर ने बिना नक्शा पास किए दुकानों का निर्माण कराया है। बरेली विकास क्षेत्र के अन्तर्गत अवैध निर्माण, अवैध कॉलोनियों के विरुद्ध प्राधिकरण द्वारा सतत रूप से सील बन्द एवं ध्वस्तीकरण आदि की कार्रवाई की गई। उक्त निर्माण बिना मानचित्र स्वीकृत कराए किया गया था।

मंगलवार को उप्र नगर नियोजन एवं विकास अधिनियम-1973 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत प्राधिकरण की प्रवर्तन टीम ने दुकानें ध्वस्त कर दी हैं। बताते हैं कि इस अवैध निर्माण को ध्वस्त करने के लिए जब प्राधिकरण का प्रवर्तन दल पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचा तो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई को रोकने के लिए तमाम गैर जिलों में तैनात अफसरों की सिफारिशें प्राधिकरण अधिकारियों के पास आती रहीं। तमाम दलों के नेताओं ने भी अधिकारियों को फोन किए लेकिन बीडीए अधिकारियों ने किसी की नहीं सुनी।

कुछ और कॉलोनियों पर जल्द ही चलेगा बुलडोजर
बीडीए की टीम ने मिनी बाईपास रोड स्थित किला नदी से सटी जमीनों पर बसाई जा रही अवैध कॉलोनियों को भी तोड़ने की योजना तैयार कर ली है। बीडीए के इंजीनियरों की मिलीभगत से इन कॉलोनियों को अवैध तौर से विकसित जा रहा है। बीडीए उपाध्यक्ष जोगिंदर सिंह ने बताया कि बिना नक्शा पास किए अवैध कॉलोनी बसने नहीं दी जाएगी।

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