भारत की सिलिकॉन वैली का HW-SW फेल: सड़कों पर नाव, ट्रैक्टर-क्रेन से दफ्तर…पानी में गिरी लड़की की करंट से मौत

बेंगलुरु (कर्नाटक)। प्रकृति की मार के आगे भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु का हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर फेल होता नजर आ रहा है। देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले बेंगलुरु में आईटी वर्कर्स ट्रैक्टर-क्रेन के सहारे दफ्तर जाने को मजबूर हैं। भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। यहां सड़कों पर नाव चल रही है। दरअसल, सोमवार रात …

बेंगलुरु (कर्नाटक)। प्रकृति की मार के आगे भारत की सिलिकॉन वैली बेंगलुरु का हार्डवेयर-सॉफ्टवेयर फेल होता नजर आ रहा है। देश की आईटी राजधानी कहे जाने वाले बेंगलुरु में आईटी वर्कर्स ट्रैक्टर-क्रेन के सहारे दफ्तर जाने को मजबूर हैं। भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। यहां सड़कों पर नाव चल रही है।

दरअसल, सोमवार रात जलभराव वाली सड़क पर गिरने के बाद करंट की चपेट में आने से एक स्कूटी सवार अखिला नाम की 22-वर्षीय युवती की मौत हो गई। बकौल रिपोर्ट, युवती एक निजी कंपनी में बतौर रिसेप्शनिस्ट कार्यरत थी और काम से लौट रही थी। पानी में गिरने से युवती बिजली के तार के संपर्क में आ गई थी।

वहीं, उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने बेंगलुरु में बाढ़ के बीच क्रेन से सफर करते लोगों के वीडियो पर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि जहां चाह है, वहां राह है। ट्विटर यूज़र्स ने उनके पोस्ट की आलोचना की और एक ने लिखा, इसमें सेलिब्रेट करने वाली कोई बात नहीं है। जबकि अन्य ने लिखा कि आपको सबसे पहले यह सोचना चाहिए कि…प्रशासन विफल कैसे रहा।

अनअकैडमी के सीईओ के परिवार को ट्रैक्टर से निकाला गया बाहर
एडटेक स्टार्टअप अनअकैडमी के सीईओ गौरव मुंजाल ने बेंगलुरु में भारी बारिश के बीच कई इलाकों में जलभराव के बाद अपने परिवार और पालतू कुत्ते को ट्रैक्टर के ज़रिए सोसायटी से बाहर निकलने का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। मुंजाल ने ट्वीट किया है कि हमारी सोसायटी अब जलमग्न है। स्थिति खराब है। कृपया ध्यान रखें।

पानी में गिरी लड़की की करंट से मौत
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के सिद्धपुरा इलाके में बारिश के पानी से भरी सड़क से गुजर रही 23 वर्षीय एक युवती की कथित तौर पर करंट लगने से मौत हो गई। पुलिस ने मंगलवार को कहा कि बिजली के खंभे के संपर्क में आने पर उसे करंट लगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि घटना सोमवार रात को तब हुई जब पीड़िता अपनी स्कूटी से घर लौट रही थी।

चश्मदीदों के मुताबिक, पीड़िता सड़क के जल जमाव वाले हिस्से से गुजर रही थी, तभी उसका वाहन खराब हो गया और संतुलन बनाने के लिए उसने नजदीकी बिजली के खंभे से सहारा लेने की कोशिश, लेकिन वह खंभे में प्रवाहित हो रहे करंट की चपेट में आ गई। सूत्रों ने बताया कि स्थानीय लोग तत्काल पीड़िता को अस्पताल लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पीड़िता निजी स्कूल के प्रशासनिक विभाग में कार्य करती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मामले की जांच जारी है।

बता दें मौसम विभाग ने मंगलवार को केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में 8 और 9 सितंबर तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में लोगों की जिंदगी थम गई है। कई इलाकों में पानी भर गया है और सड़कों पर नाव चलाने की नौबत आ गई है। सिलिकॉन वैली कहे जाने वाले बेंगलुरु में पहली बार ऐसी स्थिति बनी है, जब आईटी वर्कर्स ट्रैक्टर पर दफ्तर जा रहे हैं।

बेंगलुरु में लगातार बारिश के चलते बिजली और पानी की सप्लाई ठप हो गई है। बाहरी इलाकों में पानी भर गया है। जरूरी सामान की सप्लाई के लिए नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है। 2 दिन से ट्रैफिक जाम की समस्या भी बढ़ गई है।

आईटी कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी ट्रैक्टरों के जरिए अपने दफ्तर जा रहे हैं। एक एम्प्लॉई ने कहा कि बारिश से हमारा काम प्रभावित हुआ है। हम 50 रुपए देकर ट्रैक्टरों से दफ्तर जा रहे हैं। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भरोसा दिलाया है कि वे इम्प्लॉइज की समस्या के बारे में आईटी कंपनियों से बात करेंगे।

ऐसी बारिश पिछले 90 साल तक नहीं हुई
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि बेंगलुरु में जलभराव पिछली कांग्रेस सरकार के कुप्रशासन और पूरी तरह से अनियोजित प्रशासन के कारण हुआ है। बेंगुलरु में ऐसी तेज बारिश पिछले 90 साल तक नहीं हुई। सभी टैंक भर गए हैं और ओवरफ्लो हो रहे हैं। यहां रोज बारिश हो रही है आज भी हुई है। पूरे बेंगुलरु में बारिश से नहीं परेशानी है बल्कि सिर्फ दो जोन में ही परेशानी है। खासकर महादेवपुरा जोन संकट में है जिसमें पहला कारण- छोटे से क्षेत्र में 69 टैंक हैं और सभी ओवरफ्लो हो रहे हैं, दूसरा- इस्टैब्लिशमेंट निचले स्तर पर हैं तीसरा-अतिक्रमण है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने इसे चुनौती की तरह लिया है और हमारे सभी अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं। खासकर महादेवपुरा जोन संकट में है जिसमें पहला कारण- छोटे से क्षेत्र में 69 टैंक हैं और सभी ओवरफ्लो हो रहे हैं, दूसरा- इस्टैब्लिशमेंट निचले स्तर पर हैं तीसरा-अतिक्रमण है। हमने इसे चुनौती की तरह लिया है और हमारे सभी अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं।

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