बरेली: पेंड्रोल क्लिप चोरी मामले में एक और रिटायर एसएसई गिरफ्तार

बरेली, अमृत विचार। पेंड्रोल क्लिप चोरी प्रकरण में रविवार रात आरपीएफ ने एक और गिरफ्तारी की। 31 जुलाई को रिटायर हुए सीनियर सेक्शन इंजीनियर ओमप्रकाश शर्मा को देहरादून से पकड़ लिया। आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर मुरादाबाद रेल मंडल में तैनात था। पूर्व में पकड़े गए रिटायर सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश लोहानी ने ओमप्रकाश शर्मा …
बरेली, अमृत विचार। पेंड्रोल क्लिप चोरी प्रकरण में रविवार रात आरपीएफ ने एक और गिरफ्तारी की। 31 जुलाई को रिटायर हुए सीनियर सेक्शन इंजीनियर ओमप्रकाश शर्मा को देहरादून से पकड़ लिया। आरोपी सीनियर सेक्शन इंजीनियर मुरादाबाद रेल मंडल में तैनात था। पूर्व में पकड़े गए रिटायर सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश लोहानी ने ओमप्रकाश शर्मा के नाम का खुलासा किया था। कहा जा रहा है कि ओम प्रकाश ही पूरे खेल का मास्टरमाइंड है। दिनेश को उसने ही बताया था कि पेंड्रोल क्लिप कहां और कैसे खपाने हैं।
बरेली आरपीएफ प्रभारी निरीक्षक विपिन कुमार शिशौदिया ने बताया कि लोहानी की गिरफ्तारी के बाद छह टीमें बनाई गईं थीं जिन्होंने सीबी गंज रेलवे गोदाम से चोरी हुए पेंड्रोल क्लिप मामले में हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर और चंदौसी जांकर जांच की। जांच में चंदौसी और मुरादाबाद में पेंड्रोल क्लिप कम मिले थे। जबकि करीब 12 हजार पेंड्रोल क्लिप मुरादाबाद भेजना दिखाए गए थे। वहीं अब मुरादाबाद रेल मंडल में तैनात रहे सीनियर सेक्शन इंजीनियर रेल पथ ओम प्रकाश शर्मा को गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि 22 लाख रुपये कीमत की पेंड्रोल क्लिप और पिन चोरी करके इफको आंवला की रेलवे प्राइवेट साइडिंग में छिपा दिया गया था। छापामार कार्रवाई करते हुए आरपीएफ ने माल बरामद किया। छानबीन में पता चला कि रेलवे का माल चोरी कराने वाला कोई और नहीं बल्कि 30 जून को रिटायर हुआ सेक्शन इंजीनियर रेलपथ दिनेश प्रकाश लोहानी है। लोहानी ने पूछताछ में बताया था कि सेवानिवृत्त होने के एक सप्ताह पहले ही उसने एक ठेकेदार को 20 हजार पेंड्रोल क्लिप और 10 हजार लोहे की पिन दी थी। निशानदेही पर इफको साइड से इसे बरामद किया गया।
अब जांच टीमों को ठेकेदार की तलाश
प्रकरण में ट्रक मालिक और चोरी के खेल में शामिल ठेकेदार फरार है। जांच कर रही टीमों ने ठेकेदार के रुड़की, दिल्ली और मुरादाबाद के ठिकानों पर छापामारी की। वहीं ठेका कंपनी पर जुर्माना लगाते हुए काली सूची में डाल दिया था। कहा जा रहा है कि इस मामले में अभी कई और नामों के भी खुलासे हो सकते हैं।