एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई: फर्जी दस्तावेज तैयार कर एलडीए भूखंड बेचने वाले छह गिरफ्तार

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Published By Deepak Mishra
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45 भूखंड का ब्योरा जुटा रही एसटीएफ, 23 के दस्तावेज बरामद

लखनऊ, अमृत विचार। लखनऊ विकास प्राधिकरण की बेशकीमती भूखंडों के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने वाले गिरोह का खुलासा एसटीएफ ने गुरुवार देर रात को किया। गिरोह के सरगना समेत छह सदस्यों को दयाल पैराडाइज के पास से गिरफ्तार किया है। 

आरोपी एलडीए कर्मचारियों से सांठगांठ कर खाली भूखंड के मालिक बनकर फर्जी आधार कार्ड से अपने करीबियों के नाम करवाकर बेच देते हैं। इस तरह के करीब सौ से अधिक भूखंड बेचने की बात सामने आई है। टीम को आरोपियों के पास से 23 भूखंड के दस्तावेज मिले हैं।

एसटीएफ के डिप्टीएसपी दीपक कुमार सिंह के मुताबिक पकड़े गये आरोपियों में सुशांत गोल्फ सिटी निवासी सरगना सचिन सिंह उर्फ अमर सिंह राठौर, गोमतीनगर सेक्टर-1 निवासी अचलेश्वर गुप्ता उर्फ बबलू गुप्ता, देव रेजीडेंस कालोनी मल्हौर का राम बहादुर सिंह, विनयखंड का मुकेश मौर्या उर्फ रंगी, विरामखंड का राहुल सिंह और विपुलखंड निवासी धनंजय सिंह शामिल है। 

डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक आरोपियों के पास से 23 भूखंड के रजिस्ट्री पेपर, दो बैंक पासबुक, छह चेकबुक, 4 चेक, 9 मोबाइल, क्रेटा और इनोवा, एक सीपीयू, एक मानीटर और 12710 रुपये नकदी बरामद हुआ है। डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक मध्यप्रदेश के हौशंगाबाद रोड जाट खेडी भोजपा निवासी सर्वेश कुमार गौतम ने गोमतीनगर थाने में 21 जनवरी को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच शुरू की गई तो आरोपियों के नाम सामने आये।

सौ से अधिक भूखंडों का कर चुके है सौदा

एसटीएफ के अधिकारियों की पूछताछ में आरोपी अचलेश्वर ने बताया कि कई वर्षों से खाली पड़े भूखंडों को चिह्नित कर जानकारी निकालते। इसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचा जाता है। इस काम में एलडीए के कई बाबू उनके मददगार है। बाबू ही खाली भूखंडों के मालिकों के बारे में सही जानकारी देते हैं। 

पूछताछ में आरोपियों ने 80 से अधिक भूखंड बेचने की बात कुबूल की है। डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक इस गिरोह द्वारा फर्जीवाड़ा कर सौ से अधिक भूखंड बेचने की बात सामने आ रही है। 23 भूखंड के रजिस्ट्री पेपर भी मिले है। वहीं करीब 45 भूखंडों के दस्तावेज के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

बंटा है सबका काम व दाम

पुलिस अधिकारी के मुताबिक गिरोह का सरगना बस्ती परशुरामपुर स्थित मुनियांवा का रहने वाला सचिन सिंह है। उसने बताया कि काम के हिसाब से सभी के दाम भी तय है। सचिन मुख्य भूमिका में रहता है। वह भूखंड का ग्राहक तलाशकर लाता था। राम बहादुर सिंह भूखंड के फर्जी कागज तैयार करता है। 

मुकेश मौर्या भूखंड के मालिक का आधार कार्ड व अन्य जरूरी दस्तावेज तैयार करता। राहुल सिंह गवाही देता था। उनके काम के हिसाब से हिस्सा दिया जाता है। एसटीएफ के डिप्टी एसपी दीपक सिंह के मुताबिक टीम गिरोह के अन्य सदस्यों और एलडीए के बाबूओं का ब्योरा जुटा रही है। जल्द ही इस मामले में बड़े नामों का खुलासा होगा।

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