बरेली: यात्रियों की सेहत से खिलवाड़, बिना मेडिकल अनाधिकृत रूप से ट्रेनों में हो रही वेंडरिंग

बरेली, अमृत विचार। बीते दिनों फर्जीवाड़े और खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं होने को लेकर जंक्शन की एक समिति को काली सूची में डाल दिया गया था। रेलवे की कोशिश थी कि जंक्शन पर अवैध रूप से हो रही वेंडरिंग को रोका जा सके। मगर हकीकत कुछ और ही है। रेलवे के कुछ बड़े अधिकारियों …

बरेली, अमृत विचार। बीते दिनों फर्जीवाड़े और खाने की गुणवत्ता ठीक नहीं होने को लेकर जंक्शन की एक समिति को काली सूची में डाल दिया गया था। रेलवे की कोशिश थी कि जंक्शन पर अवैध रूप से हो रही वेंडरिंग को रोका जा सके। मगर हकीकत कुछ और ही है। रेलवे के कुछ बड़े अधिकारियों की वजह से फर्जी वेंडर लगातार ट्रेनों में माल बेच रहे हैं। उन पर किसी भी तरह की कोई रोक नहीं है। हाल ही में सोशल मीडिया पर रेलवे जंक्शन का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें एक अनाधिकृत वेंडर पकड़े जाने पर खुद को कोर्ट में काम करने वाला बता रहा है।

शुक्रवार को सोशल मीडिया पर रेलवे जंक्शन के एक अवैध वेंडर पकड़े जाने का वीडियो वायरल हुआ। जिसमें अनाधिकृत वेंडर से पूछताछ की जा रही है। जवाब में वह वेंडर कह रहा है कि वह कोर्ट में काम करता है। साथ में ट्रेनों में वेंडरिंग भी करता है। जब पूछताछ अधिकारियों ने पूछा उसे ट्रेनों में माल बेचने की अनुमति किसने दी तो उसने कहा कि वह ऐसे ही बेचता है। वायरल वीडियों में पूछताछ अधिकारी कहते हैं कि अनाधिकृत वेंडर को पहले भी दो बार मना किया जा चुका है।

इस पर वीडियो में एक दूसरा अधिकारी कहता है कि क्या कोर्ट ने ट्रेनों में अवैध वेंडरिंग के लिए कहा है। इस पर वह शांत हो गया और कोई जबाव नहीं दिया। ऐसे कोई एक दो मामले नहीं है बल्कि कई अवैध वेंडर आए दिन पकड़ में आते हैं। ऐसे में एक सवाल खड़ा होना लाजिमी है। कि आखिर ऐसा कौन सा अधिकारी है जो रेलवे के मनसूबों को सफल नहीं होने दे रहा है। किसकी सहमति से यह अवैध वेंडर बिना किसी डर भय के ट्रेनों में चढ़कर बिना मेडिकल जांच के यात्रियों को खाना बेच रहे हैं और उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।

मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि कोई कोर्ट में कार्य कर रहा है तो इसका मतलब यह नहीं कि वह ट्रेनों में चढ़कर अनाधिकृत वेंडरिंग करेगा। मामले की जांच करवाकर कार्रवाई कराई जाएगी। – रेखा शर्मा, सीनियर डीसीएम, मुरादाबाद मंडल