बरेली: चार्जशीट मिली तो रेलकर्मियों ने जीपीएस ट्रैकर को बता दिया फेल

अमृत विचार, बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल द्वारा सर्दियों में पेट्रोलिंग के लिए पेट्रोलमैन के बैगों में जीपीएस ट्रैकर लगाए गए थे जिससे कामचोर कर्मचारियों की लोकेशन जानने के बाद उन पर नकेल कसी जा सके। अब उन्हीं जीपीएस ट्रैकरों पर फेल होने के आरोप लग रहे हैं। ट्रैकमैनों का आरोप है कि ये …
अमृत विचार, बरेली। पूर्वोत्तर रेलवे के इज्जतनगर मंडल द्वारा सर्दियों में पेट्रोलिंग के लिए पेट्रोलमैन के बैगों में जीपीएस ट्रैकर लगाए गए थे जिससे कामचोर कर्मचारियों की लोकेशन जानने के बाद उन पर नकेल कसी जा सके। अब उन्हीं जीपीएस ट्रैकरों पर फेल होने के आरोप लग रहे हैं। ट्रैकमैनों का आरोप है कि ये जीपीएस ट्रैकर सही कार्य नहीं कर रहे हैं। ये फेल हो चुके हैं।
ट्रैकर से दूरी का गलत आंकड़ा मिल रहा है। जीपीएस को लेकर कर्मचारियों के बीच झड़प तक हो रही है। ऐसे ही एक मामले का रविवार को ऑडियो सामने आया है जिसमें एक ट्रैकमैन और उनकी निगरानी करने वाले मंडल में बैठे कर्मचारी के बीच झड़प हो रही है।
रविवार को सोशल मीडिया पर एक ऑडियो वायरल हुआ। इसमें इज्जतनगर मंडल के काशीपुर सेक्शन के दीपक नाम के पेट्रोलमैन ने इज्जतनगर मंडल में बैठे कर्मचारी मुकेश कुमार को फोन कर कहा कि ट्रैकमैनों के जीपीएस ट्रैकर सही तरीके से काम नहीं कर रहे हैं। रात में वे सभी पेट्रोलिंग के लिए काफी किलोमीटरों तक चलते हैं मगर ट्रैकर में पूरी दूरी दर्ज नहीं हो रही। इसकी वजह से उन्हें लगातार चार्जशीट मिल रही है। ऐसे में यदि उन्हें लगातार चार्जशीट मिलेगी तो वह नौकरी कैसे करेंगे।
दीपक का आरोप था कि पूरे काशीपुर सेक्शन में 18 बीट हैं। इसमें से 12 बीटों के ट्रैकमैनों का कार्य अधूरा दिखाया जा रहा है। ऐसे में जीपीएस की निगरानी करने वाले मुकेश ट्रैकमैन को हड़का देता है। कहता है कि तुम्हारी इस तरह से बात करने की हिम्मत कैसे हुई। तुम्हें जो भी समस्या है वह अपने एईएन से बात करो। मुझसे बात करने की जरूरत नहीं है। इसी बात पर दोनों में काफी बहस बढ़ जाती है। मामला काफी गरमा जाता है। ट्रैकमैन लगातार इस बात को कह रहे हैं कि उनके जीपीएस सही कार्य नहीं कर रहे हैं।
यदि किसी कर्मचारी का जीपीएस ट्रैकर सही कार्य नहीं कर रहा है तो वह उसकी शिकायत करें, जांच कराई जाएगी। यदि जांच में वह खराब मिलता है तो उसे बदलवा दिया जाएगा। – राजेंद्र सिंह, जनसंपर्क अधिकारी, पूर्वोत्तर रेलवे