Kannauj: दफ्तर बदलने में नप गए नेडा के परियोजना अधिकारी, निदेशक ने डीएम के पत्र पर खत्म की नियुक्ति

विभागीय समीक्षा बैठक से गायब रहने का भी लगा आरोप

Kannauj: दफ्तर बदलने में नप गए नेडा के परियोजना अधिकारी, निदेशक ने डीएम के पत्र पर खत्म की नियुक्ति

कन्नौज, अमृत विचार। आउट सोर्सिंग के तहत जनपद में तैनात नेडा के परियोजना अधिकारी आनंद प्रकाश दीक्षित की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। उन्होंने बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति लिए कार्यालय को करीब 20 किमी दूर सियरमऊ में स्थानांतरित कर लिया था। साथ ही समीक्षा बैठकों में न आने व उच्चाधिकारियों की अवहेलना का भी आरोप लगा है।  

यूपी नेडा के निदेशक अनुपम शुक्ला ने अकाल इंफार्मेशन सिस्टम्स लिमिटेड लखनऊ को पत्र भेजा है। कहा है कि जेम आर्डर 1 व 2 अगस्त 2024 के क्रम में सेवानिवृत्त परियोजना अधिकारी आनंद प्रकाश दीक्षित को आउट सोर्सिंग के तहत 11 माह के लिए रखा गया था। 3 अगस्त 2024 को उनकी तैनाती बांदा में की गई थी। 21 दिसंबर 2024 को अभिकरण के पत्र के बाद कन्नौज में प्रत्येक कार्यदिवस में उपस्थित होकर परियोजना के कार्यों को करने और कन्नौज के प्रशिक्षण केंद्र शुरू कराने के निर्देश दिए गए। 

डीएम शुभ्रान्त शुक्ल ने पत्र भेजकर निदेशक को बताया कि परियोजना अधिकारी विभागीय समीक्षा बैठकों में प्रतिभाग नहीं करते हैं। शासकीय कार्यों में भी रुचि नहीं ले रहे हैं। साथ ही बिना अनुमति के यूपी नेडा कार्यालय को विकास भवन से करीब 20 किमी दूर नेडा के प्रशिक्षण केंद्र, सियरमऊ, ब्लॉक जलालाबाद में स्थानांतरित कर लिया गया। निदेशक ने आनंद प्रकाश दीक्षित की शिथिल कार्यप्रणाली एवं उच्चाधिकारी के आदेशों के अवहेलना व अनुशासनहीनता के दृष्टिगत उनकी आउट सोर्सिंग के माध्यम से की गई नियुक्त को समाप्त कर दिया है। कहा गया है कि इसकी जानकारी दीक्षित को भी दे दी जाए। इस बाबत सीडीओ राम कृपाल चौधरी ने बताया कि पीओ नेडा पर कार्रवाई का पत्र उनको मिला है। 

10 मार्च को प्रशिक्षण केंद्र में शुरू हुआ कार्यालय

विकास भवन में पहली मंजिल पर नेडा कार्यालय चल रहा था जिसे 10 मार्च को प्रशिक्षण केंद्र सियरमऊ में स्थानांतरित कर दिया गया। इस मामले को अमृत विचार ने शीर्षक ‘सियरमऊ के प्रशिक्षण केंद्र से शुरू हुआ यूपी नेडा दफ्तर’ से प्रकाशित किया था। इसमें यह भी जिक्र रहा कि नई जगह कार्यालय पहुंचने के साधन सुलभ नहीं हैं इससे आम लोगों व कर्मचारियों को पहुंचने में दिक्कतें भी होंगी।

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