जिले में 114 डॉक्टरों की कमी के साथ चल रहा स्वास्थ्य विभाग

जिले में 114 डॉक्टरों की कमी के साथ चल रहा स्वास्थ्य विभाग

हल्द्वानी, अमृत विचार: नैनीताल जिले में डॉक्टरों की भारी कमी है। पूरे जिले में 114 डॉक्टरों की कमी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन किया जा रहा है। डॉक्टरों की कमी होने की वजह से सरकारी अस्पतालों से मरीजों को रेफर करना पड़ता है। 

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पूरे जिले में बड़े सरकारी अस्पतालों के साथ ही सीएचसी और पीएचसी सेंटरों में 347 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं। नैनीताल जिले की जनसंख्या की बात करें तो इस समय जिले की जनसंख्या 10 लाख पार हो चुकी है। साथ ही यहां के सरकारी अस्पतालों में पहाड़ से भी मरीज रेफर होकर आते हैं। स्वीकृत डॉक्टरों के सापेक्ष केवल 206 डॉक्टर ही हैं। पूरे जिले में 114 डॉक्टरों की कमी है। सबसे ज्यादा दिक्कत पहाड़ के सीएचसी और पीएचसी सेंटरों में है। अभी भी स्वास्थ्य विभाग ने 84 बांडडाधारी डॉक्टरों को नौ पर्वतीय जिलों में तैनाती दी लेकिन नैनीताल जिले की भौगोलिक परिस्थिति ऐसी है यहां पर मैदानी क्षेत्र का भी बड़ा हिस्सा है।

इस वजह से नौ पर्वतीय जिलों में नैनीताल जिले को शामिल नहीं किया गया। जिसका खामियाजा यहां पर्वतीय क्षेत्र जैसे नैनीताल, रामगढ़, बेतालघाट, भीमताल, ओखलकांडा आदि को उठाना पड़ता है। नैनीताल जिले में इस समय केवल 27 डॉक्टर ही ऐसे हैं जो बांड के तहत काम कर रहे हैं। नैनीताल जिले को पिछले तीन सालों से बांडधारी डॉक्टर नहीं मिले हैं। बांडधारी डॉक्टरों का कार्यकाल पूरा होने के बाद ये भी संबंधित अस्पतालों से सेवा से मुक्त हो जाएंगे। सीएमओ डॉ. हरीश चंद्र पंत के अनुसार डॉक्टरों की कमियों की जानकारी शासन को भेजी जा चुकी है। 

एसटीएच में भी 90 से ज्यादा डॉक्टरों की कमी
 राजकीय मेडिकल कॉलेज के अधीन डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय अस्पताल में भी 90 से ज्यादा डॉक्टरों की कमी है। यहां जनरल मेडिसन, बाल रोग विभाग, रेडियोलॉजी विभाग, त्वचा रोग विभाग, न्यूरोसर्जरी विभाग, हड्डी रोग विभाग आदि में डॉक्टरों की कमी है। विगत दिनों चार नए डॉक्टर राजकीय मेडिकल कॉलेज को मिले थे लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए यह संख्या कम है। तो वहीं मेडिकल कॉलेजों में अध्ययन के लिए भी डॉक्टरों की कमी को पूरा करना जरूरी है। प्राचार्य डॉ. अरुण जोशी के अनुसार शासन स्तर से डॉक्टरों के साक्षात्कार कराए जाएंगे। जिसके बाद नए डॉक्टर मिलेंगे।