Bareilly: जनता की हमसे बहुत उम्मीदें...टाल मटोल से नहीं चलेगा काम

याचिका समिति ने की लंबित विकास कार्यों की समीक्षा, सभापति ने जताई नाराजगी

Bareilly: जनता की हमसे बहुत उम्मीदें...टाल मटोल से नहीं चलेगा काम

बरेली, अमृत विचार। विधानसभा में सदस्यों की ओर से विकास कार्यों के लिए लगाई याचिका के मामलों की शनिवार को समिति ने विकास भवन सभागार में समीक्षा की। लंबित याचिकाओं और पूरे हुए कार्यों की फोटो आख्या के साथ न उपलब्ध कराने पर नाराजगी जताई। अधिकारियों से कहा कि हमसे जनता को बहुत उम्मीदें हैं। इस तरह टाल मटोल करने से काम नहीं चलेगा। अधूरे कार्यों को जल्द पूरा करने के निर्देश देते हुए कार्ययोजना की रिपोर्ट भी तलब की।

पंचायती राज विभाग, लोक निर्माण विभाग और पशु पालन विभाग से जुड़े विकास कार्यों की लंबित याचिकाओं की समीक्षा करने के लिए शुक्रवार को याचिका समिति के सभापति सत्यपाल सिंह, सदस्यों में रजनी कांत माहेश्वरी, विजय बहादुर पाठक, जितेंद्र सिंह तोमर, एमएलसी कुंवर महाराज सिंह, बहोरन लाल मौर्य, याचिका समिति के निजी सचिव सर्वेश गुप्ता, अनुसचिव एवं समिति के अधिकारी रमेंद्र पटेल, समीक्षा अधिकारी अजय कुमार मौर्य, प्रतिवेदक रामप्रकाश पाल पहुंचे। शनिवार को 11 बजे विकास भवन सभागार में समीक्षा शुरू हुई। बहेड़ी के पचपेड़ा में पशु अस्पताल की बाउंड्रीवाल का मामला उठा। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने कहा कि जुलाई 2024 में निर्माण कार्य पूरा हो गया।

भुता ब्लॉक के चाहरपुर में सीसी सड़क निर्माण पर डीपीआरओ कमल किशोर ने बताया कि ग्राम पंचायत के खाते में धनराशि न होने से कार्य नहीं हो सका था। फरीदपुर विधायक की निधि से निर्माण कार्य चल रहा है। पचपेड़ा गांव में बरा बरौर रोड से श्मशान घाट तक सीसी सड़क और जाग्रतिनगर करगैना में सावित्री इंटर कॉलेज रोड से बदायूं रोड से रमनपाल सिंह के घर से अजय पाल सिंह के मकान तक सड़क निर्माण का मामला उठा। कहा गया कि दोनों कार्यों में लगभग 50-50 लाख रुपये की लागत आएगी। ग्राम पंचायत के पास एक करोड़ का बजट नहीं है, जिससे कार्य हो सकें। सभापति सत्यपाल सिंह ने इसके लिए विकल्प भी बताए। तय हुआ कि क्षेत्र पंचायत की निधि से दोनों कार्य कराए जाएंगे। डीपीआरओ ने कार्य पूरा कराने के लिए छह माह का समय मांगा।

भुता के सिमरा के केशोपुर में फरीदपुर बीसलपुर मुख्य मार्ग से बुधौली मार्ग तक सात किमी. सड़क निर्माण की याचिका को जिला योजना में शामिल कराने के आदेश दिए। लोक निर्माण विभाग के चार कार्यों की समीक्षा हुई। आख्या के साथ कार्यों की फोटो संलग्न न होने पर समिति ने नाराजगी जताई। कहा कि, वर्ष 2013 की यह याचिका है। तब से अब तक कई बार कार्य हुआ होगा, मगर समिति को रिपोर्ट नहीं दी गई, जिससे याचिका अभी तक खारिज नहीं हुई है।


बैठक में प्रभारी डीएम व सीडीओ जगप्रवेश, एसएसपी अनुराग आर्य, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य, सीएमओ डाॅ. विश्राम सिंह, एडीएम फाइनेंस संतोष बहादुर सिंह, डीडीओ दिनेश कुमार, पीडी चंद्रप्रकाश श्रीवास्तव, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी अजय श्रीवास्तव, डीपीआरओ कमल किशोर समेत करीब 50 विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

क्षतिग्रस्त मार्ग का नवीनीकरण की बात पर फोटो मांगे
नवाबगंज के हाफिजगंज में 20 किमी. क्षतिग्रस्त मार्ग के निर्माण की याचिका पर बताया गया कि लोक निर्माण विभाग के स्वामित्व में आने वाले मार्गों पर मरम्मत के साथ नवीनीकरण हो गया है। इसके भी फोटो मांगे गए। आंवला के ग्राम नैनपुर में वनखंडी मंदिर तक क्षतिग्रस्त 3 किमी. डामर रोड के निर्माण का लंबित मामला उठा। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि सड़क निर्माण के तीन कार्य पूरे हो गए हैं। एक कार्य के लिए टेंडर की प्रक्रिया हो गई है। इसी वित्तीय वर्ष में कार्य शुरू होने की संभावना है।

समय से इलाज नहीं मिलने पर सीएमओ ने जताया खेद
याचिका समिति की बैठक के दौरान स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर भी सवाल खड़ा हुआ। दरअसल, सर्किट हाउस में सुबह सदस्य विजय बहादुर पाठक की अचानक तबीयत खराब हो गई। कई बार फोन किया गया, लेकिन समय से इलाज नहीं मिल सका। देर से पहुंचे स्वास्थ्य कर्मी के पास जरूरी दवाएं नहीं थीं। बैठक में सभापति ने नाराजगी जताई। कहा कि, प्रोटोकाल होता है। इसके बाद भी ऐसा करना गैर जिम्मेदाराना रवैया है। सीएमओ ने खेद जताया।

याचिका समिति सभापति सत्यपाल सिंह ने बताया कि तीन विभागों की आठ बिंदुओं पर समीक्षा की है। कई याचिकाएं पांच साल पुरानी लंबित है। बजट की समस्या बताई गई। हमने विकल्प बताए। कार्य पूरा करने के लिए समय मांगा गया है। विभागों से कार्ययोजना की लिखित रिपोर्ट मांगी गई है। बरेली में पहली बैठक थी। सकारात्मक रही।