Bareilly: हीट वेव...अब तक ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ी न ही जर्जर तार बदले गए
विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता ने हीट वेव की तैयारी की कार्ययोजना डीएम काे भेजी

बरेली, अमृत विचार। शहर के लोगों को इस बार भी प्रचंड गर्मी में बिजली संकट का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि अब तक न तो पूरी तरह से ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ी है और न ही सभी जर्जर तार बदले गए हैं। हीट वेव से बचाने के लिए बिजली विभाग ने डीएम को जो कार्ययोजना भेजी है, उसमें कई काम अधूरे हैं।
हीट वेव से बचाने के लिए बिजली, स्वास्थ्य, रोडवेज, शिक्षा, मनरेगा, अग्निशमन विभाग सहित 11 विभाग तैयारियां करने में जुटे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण भी बरेली के आपदा विशेषज्ञ समेत अन्य अधिकारियों को लखनऊ बुलाकर हीट वेव से लोगों काे बचाने संबंधी ट्रेनिंग दे रहा है, लेकिन बिजली विभाग ने जो कार्ययोजना डीएम को भेजी है, उसमें एक भी कार्य पूरा होना नहीं बताया गया है।
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के रामपुर रोड स्थित विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता इंजीनियर मनोज कुमार ने हीट वेव को लेकर डीएम को भेजी कार्ययोजना में बताया है कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों की 33 केवी, 11 केवी और एलटी जर्जर विद्युत लाइनों को बदलने का कार्य आरडीएसएस योजना में पूर्व में शामिल कर लिया था। उसी के तहत कुछ कार्यों को पूरा किया जा चुका है और शेष कार्यों को प्राथमिकता पर पूरा कराया जा रहा है। कितने प्रतिशत कार्य हुआ है, इसका जिक्र नहीं किया है। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए वितरण खंडों के अतिभार वाले 11 केवी फीडरों का दो भागों में बांटने का कार्य आरडीएसएस योजना में किया है। कुछ कार्य पूर्ण करने तो अवशेष कार्य प्रगति पर हैं।
बिजनेस प्लान वर्ष 2023-24 में प्रस्तावित ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य पूरा करने की बात कही है। वहीं, वर्ष 2024-25 में प्रस्तावित ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य प्रगति पर बताया है। इसके अतिरिक्त शेष ओवरलोड ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि का कार्य बिजनेस प्लान 2025-26 में शामिल करने की बात कही है। जिनकी वित्तीय स्वीकृति होने के बाद कार्य प्राथमिकता में पूरा किया जाएगा। यह भी बताया है कि विद्युत लाइनों के संपर्क में आ रहे पेड़ों की टहनियों की छंटाई का कार्य समय-समय पर कराया जा रहा है। जिससे विद्युत ट्रिपिंग संंबंधी समस्याएं उत्पन्न न हों और निर्बाध रूप से विद्युत आपूर्ति की जा सके।
प्रशिक्षण देकर 1554 अग्नि सचेतकों को किया तैयार
मुख्य अग्निशमन अधिकारी चंद्रमोहन शर्मा ने डीएम को भेजी कार्ययोजना में बताया है कि मार्च से जून, फिर जुलाई से दिसंबर तक की कार्ययोजना तैयार की है। हीट वेव को लेकर अग्निशमन विभाग ने 1554 अग्नि सचेतकों काे तहसील और ब्लॉक स्तर पर प्रशिक्षण देकर तैयार किया है। जनपद के अग्निशमन केंद्रों के ब्लॉक, तहसील स्तर पर जागरूकता अभियान चलाकर मॉक ड्रिल की गई। अग्निशमन एवं आपात सेवा विभाग सजग तैयारी की हालत में रहेगा। वाहन, उपकरणों को भी तैयार कर लिया है। साथ ही आपात स्थिति के लिए सभी अग्निशमन केंद्र प्रभारियों का मोबाइल नंबर भी जारी कर दिया है।
यात्रियों को बरेली रीजन के बस अड्डों पर मिलेगी प्राथमिक चिकित्सा
उप्र परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक बरेली दीपक चौधरी ने कार्ययोजना में बताया है कि बरेली रीजन में 16 बस अड्डे हैं। दो बस अड्डे निष्प्रयोज्य और दो बस अड्डे निर्माणाधीन हैं। 12 बस अड्डों पर पेयजल और छाया की पर्याप्त व्यवस्था होने का दावा किया है। बरेली और रुहेलखंड डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को पत्र भेजा है कि मुख्य चिकित्साधिकारी से संपर्क कर अपने डिपो के बस अड्डों पर प्राथमिक चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध करा लें।
बसों की छतों और खिड़कियों पर बैठ या लटककर यात्रा करने से रोकने के लिए प्रवर्तन दलों को निर्देशित किया है कि वे मार्ग पर चेकिंग कर चालक और परिचालक को अवगत कराएं। डिपो में कार्यरत अधिकारियों को चालक और परिचालकों के साथ नियमित काउंसिलिंग के निर्देश दिए हैं। इसके साथ इस बात का ध्यान रखा जा रहा है कि बसों की खिड़कियों के शीशे टूटे न हों, यदि बसों के शीशे मार्ग पर दुर्घटना होने या अन्य किसी कारण से टूट जाते हैं तो उनको तत्काल ठीक कराने के लिए सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देश दिए गए हैं।
ये भी पढ़ें - Bareilly: गन्ने की अच्छी पैदावार के लिए किसान अपनाएं वैज्ञानिक विधि